वर्तमान में दुनिया में सबसे लम्बे और जीवित इन्सान होने का रिकॉर्ड तुर्की के Sultan Kosen (8 फुट 3 इंच) के नाम है
और
आज तक इतिहास में दर्ज सबसे लम्बे आदमी अमरीका में जन्मे Robert Wadlow की लम्बाई 8 फुट 11 इंच थी
पर आज सवाल ये है की...
बायोलॉजिकली... कोई इन्सान कितना बड़ा हो सकता है?
दुसरे शब्दों में... इस दुनिया में इन्सान का मैक्सिमम साइज़ कितना संभव है?
.
कुछ शोधो के अनुसार 150 साल पहले के मुकाबले आज इन्सान औसतन 4 इंच लम्बे होते है
अच्छी पोषक खुराक, बेहतर मेडिकल सुविधाओं ने हमें हमारे ब्लू प्रिंट्स "DNA" में छुपी लम्बाई को बढाने वाली जीन्स को कण्ट्रोल करने का तरीका सिखा दिया है
.
आम तौर पर 7 फुट से ऊपर का इन्सान होना... उदाहरण के लिए किसी 10 फुट का इन्सान होना संभव है?
well... 10 फुट का इन्सान होने के लिए... उसे किसी और शेप में होना पड़ेगा
इंसानी शेप तो नहीं...
काहे???? Because of "square cube law"
.
मान लीजिये आपके पास 1 cm लम्बाई चौड़ाई और उंचाई वाली एक घन अर्थात क्यूब है... अगर आप क्यूब की ऊँचाई 10 गुना बढ़ाना चाहे तो... वो तभी संभव है
जब... क्यूब का क्षेत्रफल (लम्बाई*चौड़ाई) 100 गुना हो और आयतन (लम्बाई*चौड़ाई*ऊँचाई) अर्थात 1000 गुना ज्यादा हो
अब चूँकि... वजन का सम्बन्ध आयतन से होता है
तो मोटे शब्दों में... किसी वस्तु की लम्बाई 10 गुनी बढाने के लिए उस वस्तु को 1000 गुना ज्यादा वजन भी झेलना पड़ेगा
.
आई बात समधन में?
हीहीही
10 फुट से ज्यादा लम्बे इन्सान की हड्डिया उसके वजन को झेलने के लिए या तो किसी और तत्व से बनी होनी चाहिए
या फिर...अति मानवीय रूप से दानवाकार होनी चाहिए
दुसरा.. वर्तमान परिस्थितियों में पृथ्वी के गुरुत्व के मद्देनजर उसका दिल इतना शक्तिशाली नहीं होगा की पूरे शरीर में ब्लड ठीक से सर्कुलेट कर सके
.
वर्तमान परिस्थितियो के अनुसार.. 8 फुट के ऊपर का मानव होना बहुत मुश्किल है... इतना लंबा इन्सान अपनी जिन्दगी के लिए संघर्ष करेगा
और 12-14 फुट के इन्सान का कुछ वर्ष से ज्यादा जी पाना असंभव है
●That's biological limit of your size●
.
पर साइज़ से एक बात ध्यान आई मेरे भाई
वास्तव में... आप शुरू कहा होते है?
और कहा पे ख़त्म?
अगर मैं एक कमरे में खडा हूँ तो sure... 5 फुट 11 इंच मेरे फिजिकल साइज़ की अपर बाउंड्री है... लेकिन जब मैं चिल्लाता हूँ
तो.. मैं पूरे कमरे को अपनी आवाज से भर सकता हूँ
अब चूँकि आवाज यानी साउंड एक ऐसी चीज है जो इन्सान के शरीर के अन्दर से निकली है तो आर्गुमेंट के लिए... इसे इन्सान का "vocal size" कहा जा सकता है
30 cm की दूरी से इन्सान अधिकतम रूप से 88 डेसीबेल तक साउंड चिल्ला के पैदा कर सकता है जो मैथमेटिकली...लगभग 5 किलोमीटर चलने के बाद दम तोड़ देता है
●So your vocal size at earth is about 5 kilometers●
.
पर 5 किलोमीटर से आगे भले ही कोई आपको सुन ना पाए
लेकिन... शायद वो आपको देख सके?
उम्म्म...पृथ्वी पर कोई आपको अधिकतम कितनी दुरी तक देख सकता है?
मान लो अगर आपके सामने खडा कोई इन्सान आपसे विपरीत दिशा में जाने लगे तो.... लगभग 4.8 किलोमीटर के बाद वो आपको दिखना बंद हो जाएगा
इसकी वजह पृथ्वी का गोल होना है क्युकी आपसे दूर जाता इन्सान वास्तव में ढलान पर उतर रहा होता है... यही कारण है की आप अगर सागर में जाती किसी नौका को देखे
तो... आप जान पायेगे की नौका धीरे धीरे नौका के फ्रंट भाग से गायब होनी शुरू होती है
और नौका का मस्तूल (उंचाई पर लगा झंडा) सबसे बाद में गायब होता है
●So your optical size at earth is about 4.8 kilometers●
.
लेकिन एक मिनट
स्पेस के बारे में क्या ख्याल है?
वहा ना कोई पृथ्वी है... ना कोई ढलान
अन्तरिक्ष में अगर हम मैं किसी जगह खड़ा हूँ और मेरा 6 फुट का दोस्त मुझसे दूर जा रहां है
तो... जैसे जैसे वो दूर होता जाएगा... वैसे वैसे उसके पाँव और सर से टकरा कर मेरी आँख पर बनने वाले उसके प्रतिबिम्ब का "angular size" छोटा होता चला जाता है... और चूँकि मानव नेत्र बेहतरीन परिस्थितियों में मैक्सिमम 20 arc seconds तक angular size वाली चीजो को देख सकता है
टेक्निकली स्पीकिंग... आपका 6 फुट का दोस्त लगभग 15 किलोमीटर के बाद आपको दिखना बंद हो जाएगा
●So your optical size in space is about 15 kilometers●
.
खैर पृथ्वी पर आपको देखना भले ही 5 किलोमीटर के बाद संभव ना हो पर...आपको सूंघना?
आपको जान के आश्चर्य होगा की blood hound प्रजाति के कुत्ते आपकी गंध को 18 किलोमीटर तक सूंघ सकते है
पर बात करे भालू की? तो एक भालू आपके शरीर को 30 किलोमीटर की दूरी तक सूंघ सकता है
●So your maximum scent size on earth is about 30 kilometers●
…
पर यहाँ एक निराशा की बात ये है की आपकी गंध या आवाज पृथ्वी के बाहर यात्रा करने के किसी माध्यम के ना होने के कारण इस पृथ्वी से बाहर कभी नहीं जा सकेगी
This feels a little embarrassing and small right??
Or....
May be not.....
एक चीज ऐसी है.... जो आपके शरीर से निकलती है... और टेक्निकली उसकी यात्रा पृथ्वी की बाउंड्री के कारण रूकती नहीं
कौन सी चीज??
.
जब भी किसी प्रोटान के चक्कर लगाते इलेक्ट्रान को ऊर्जा मिलती है तो वो केन्द्रक से दूरस्थ कक्षा में ट्रान्सफर हो जाता है... और एक अन्तराल के बाद अपनी कक्षा में वापस आ जाता है
तो... इस कक्षा में परिवर्तन की प्रक्रिया में वो...
"एक फोटान अर्थात प्रकाश का अणु" पैदा करता है
किस्मत से... मानव शरीर भी रेडिएशन पैदा करता है... ये रेडिएशन ज्यादातर इंफ्रारेड होता है जिसे हम नंगी आँखों से नहीं देख सकते
पर दिन के 4 बजे आपका शरीर टेक्निकली दिन में सबसे गर्म होता है और वैज्ञानिक शोधो के अनुसार हमारे शरीर से अल्प मात्रा में "visible light" के फोटान भी उत्सर्जित होते है
बेशक ये प्रकाश द्रश्य प्रकाश से हजारो गुना मध्यम होता है क्युकी ये प्रकाश ऊर्जा के बड़े बड़े पैकेट्स में नहीं बल्कि छोटे छोटे अणुओ के रूप में होता है
.
और जब आपके शरीर से ये फोटान निकलते है और अगर कोई उनके रास्ते में ना आये तो...
"उनके पास रुकने की कोई वजह ही नहीं है"
.
आपकी शरीर से निकले हुए वे फोटान...
इस पृथ्वी से निकल अपने अनंत सफर पर हमेशा चलते रहेगे...
और किसे पता... अगर कोई उनका रास्ता ना रोके
तो... एक ना एक दिन वो द्रश्य ब्रह्माण्ड को पार कर वहा पहुच जाए...
जहा पहुचने की कल्पनाओं ने... आदिकाल से ही मानव मन को विस्मृत किया है
.
So funny enough...
आपका "फिजिकल साइज़" बायोलॉजीकल, जिओमट्रीकल वजहों के कारण "सीमित" है
आपके वोकल, ऑप्टिकल, और फ्रग्रेंस साइज़ पृथ्वी के कारण "सीमित है"
पर...
आपकी जिन्दगी की चमक...
आपके जीवन की ऊर्जा से निकला प्रकाश...
Your Personal GLOW... isn't bound by anything at all....!!!
.
Light from you life... which you emit... makes you kind of "UNLIMITED" in size
as well as...
"IMMORTAL" forever
.
तो हँसते रहिये... मुस्कुराते रहिये
Keep smiling... Keep glowing !!!
And As Always
THANKS FOR READING
wink emoticon
और
आज तक इतिहास में दर्ज सबसे लम्बे आदमी अमरीका में जन्मे Robert Wadlow की लम्बाई 8 फुट 11 इंच थी
पर आज सवाल ये है की...
बायोलॉजिकली... कोई इन्सान कितना बड़ा हो सकता है?
दुसरे शब्दों में... इस दुनिया में इन्सान का मैक्सिमम साइज़ कितना संभव है?
.
कुछ शोधो के अनुसार 150 साल पहले के मुकाबले आज इन्सान औसतन 4 इंच लम्बे होते है
अच्छी पोषक खुराक, बेहतर मेडिकल सुविधाओं ने हमें हमारे ब्लू प्रिंट्स "DNA" में छुपी लम्बाई को बढाने वाली जीन्स को कण्ट्रोल करने का तरीका सिखा दिया है
.
आम तौर पर 7 फुट से ऊपर का इन्सान होना... उदाहरण के लिए किसी 10 फुट का इन्सान होना संभव है?
well... 10 फुट का इन्सान होने के लिए... उसे किसी और शेप में होना पड़ेगा
इंसानी शेप तो नहीं...
काहे???? Because of "square cube law"
.
मान लीजिये आपके पास 1 cm लम्बाई चौड़ाई और उंचाई वाली एक घन अर्थात क्यूब है... अगर आप क्यूब की ऊँचाई 10 गुना बढ़ाना चाहे तो... वो तभी संभव है
जब... क्यूब का क्षेत्रफल (लम्बाई*चौड़ाई) 100 गुना हो और आयतन (लम्बाई*चौड़ाई*ऊँचाई) अर्थात 1000 गुना ज्यादा हो
अब चूँकि... वजन का सम्बन्ध आयतन से होता है
तो मोटे शब्दों में... किसी वस्तु की लम्बाई 10 गुनी बढाने के लिए उस वस्तु को 1000 गुना ज्यादा वजन भी झेलना पड़ेगा
.
आई बात समधन में?
हीहीही
10 फुट से ज्यादा लम्बे इन्सान की हड्डिया उसके वजन को झेलने के लिए या तो किसी और तत्व से बनी होनी चाहिए
या फिर...अति मानवीय रूप से दानवाकार होनी चाहिए
दुसरा.. वर्तमान परिस्थितियों में पृथ्वी के गुरुत्व के मद्देनजर उसका दिल इतना शक्तिशाली नहीं होगा की पूरे शरीर में ब्लड ठीक से सर्कुलेट कर सके
.
वर्तमान परिस्थितियो के अनुसार.. 8 फुट के ऊपर का मानव होना बहुत मुश्किल है... इतना लंबा इन्सान अपनी जिन्दगी के लिए संघर्ष करेगा
और 12-14 फुट के इन्सान का कुछ वर्ष से ज्यादा जी पाना असंभव है
●That's biological limit of your size●
.
पर साइज़ से एक बात ध्यान आई मेरे भाई
वास्तव में... आप शुरू कहा होते है?
और कहा पे ख़त्म?
अगर मैं एक कमरे में खडा हूँ तो sure... 5 फुट 11 इंच मेरे फिजिकल साइज़ की अपर बाउंड्री है... लेकिन जब मैं चिल्लाता हूँ
तो.. मैं पूरे कमरे को अपनी आवाज से भर सकता हूँ
अब चूँकि आवाज यानी साउंड एक ऐसी चीज है जो इन्सान के शरीर के अन्दर से निकली है तो आर्गुमेंट के लिए... इसे इन्सान का "vocal size" कहा जा सकता है
30 cm की दूरी से इन्सान अधिकतम रूप से 88 डेसीबेल तक साउंड चिल्ला के पैदा कर सकता है जो मैथमेटिकली...लगभग 5 किलोमीटर चलने के बाद दम तोड़ देता है
●So your vocal size at earth is about 5 kilometers●
.
पर 5 किलोमीटर से आगे भले ही कोई आपको सुन ना पाए
लेकिन... शायद वो आपको देख सके?
उम्म्म...पृथ्वी पर कोई आपको अधिकतम कितनी दुरी तक देख सकता है?
मान लो अगर आपके सामने खडा कोई इन्सान आपसे विपरीत दिशा में जाने लगे तो.... लगभग 4.8 किलोमीटर के बाद वो आपको दिखना बंद हो जाएगा
इसकी वजह पृथ्वी का गोल होना है क्युकी आपसे दूर जाता इन्सान वास्तव में ढलान पर उतर रहा होता है... यही कारण है की आप अगर सागर में जाती किसी नौका को देखे
तो... आप जान पायेगे की नौका धीरे धीरे नौका के फ्रंट भाग से गायब होनी शुरू होती है
और नौका का मस्तूल (उंचाई पर लगा झंडा) सबसे बाद में गायब होता है
●So your optical size at earth is about 4.8 kilometers●
.
लेकिन एक मिनट
स्पेस के बारे में क्या ख्याल है?
वहा ना कोई पृथ्वी है... ना कोई ढलान
अन्तरिक्ष में अगर हम मैं किसी जगह खड़ा हूँ और मेरा 6 फुट का दोस्त मुझसे दूर जा रहां है
तो... जैसे जैसे वो दूर होता जाएगा... वैसे वैसे उसके पाँव और सर से टकरा कर मेरी आँख पर बनने वाले उसके प्रतिबिम्ब का "angular size" छोटा होता चला जाता है... और चूँकि मानव नेत्र बेहतरीन परिस्थितियों में मैक्सिमम 20 arc seconds तक angular size वाली चीजो को देख सकता है
टेक्निकली स्पीकिंग... आपका 6 फुट का दोस्त लगभग 15 किलोमीटर के बाद आपको दिखना बंद हो जाएगा
●So your optical size in space is about 15 kilometers●
.
खैर पृथ्वी पर आपको देखना भले ही 5 किलोमीटर के बाद संभव ना हो पर...आपको सूंघना?
आपको जान के आश्चर्य होगा की blood hound प्रजाति के कुत्ते आपकी गंध को 18 किलोमीटर तक सूंघ सकते है
पर बात करे भालू की? तो एक भालू आपके शरीर को 30 किलोमीटर की दूरी तक सूंघ सकता है
●So your maximum scent size on earth is about 30 kilometers●
…
पर यहाँ एक निराशा की बात ये है की आपकी गंध या आवाज पृथ्वी के बाहर यात्रा करने के किसी माध्यम के ना होने के कारण इस पृथ्वी से बाहर कभी नहीं जा सकेगी
This feels a little embarrassing and small right??
Or....
May be not.....
एक चीज ऐसी है.... जो आपके शरीर से निकलती है... और टेक्निकली उसकी यात्रा पृथ्वी की बाउंड्री के कारण रूकती नहीं
कौन सी चीज??
.
जब भी किसी प्रोटान के चक्कर लगाते इलेक्ट्रान को ऊर्जा मिलती है तो वो केन्द्रक से दूरस्थ कक्षा में ट्रान्सफर हो जाता है... और एक अन्तराल के बाद अपनी कक्षा में वापस आ जाता है
तो... इस कक्षा में परिवर्तन की प्रक्रिया में वो...
"एक फोटान अर्थात प्रकाश का अणु" पैदा करता है
किस्मत से... मानव शरीर भी रेडिएशन पैदा करता है... ये रेडिएशन ज्यादातर इंफ्रारेड होता है जिसे हम नंगी आँखों से नहीं देख सकते
पर दिन के 4 बजे आपका शरीर टेक्निकली दिन में सबसे गर्म होता है और वैज्ञानिक शोधो के अनुसार हमारे शरीर से अल्प मात्रा में "visible light" के फोटान भी उत्सर्जित होते है
बेशक ये प्रकाश द्रश्य प्रकाश से हजारो गुना मध्यम होता है क्युकी ये प्रकाश ऊर्जा के बड़े बड़े पैकेट्स में नहीं बल्कि छोटे छोटे अणुओ के रूप में होता है
.
और जब आपके शरीर से ये फोटान निकलते है और अगर कोई उनके रास्ते में ना आये तो...
"उनके पास रुकने की कोई वजह ही नहीं है"
.
आपकी शरीर से निकले हुए वे फोटान...
इस पृथ्वी से निकल अपने अनंत सफर पर हमेशा चलते रहेगे...
और किसे पता... अगर कोई उनका रास्ता ना रोके
तो... एक ना एक दिन वो द्रश्य ब्रह्माण्ड को पार कर वहा पहुच जाए...
जहा पहुचने की कल्पनाओं ने... आदिकाल से ही मानव मन को विस्मृत किया है
.
So funny enough...
आपका "फिजिकल साइज़" बायोलॉजीकल, जिओमट्रीकल वजहों के कारण "सीमित" है
आपके वोकल, ऑप्टिकल, और फ्रग्रेंस साइज़ पृथ्वी के कारण "सीमित है"
पर...
आपकी जिन्दगी की चमक...
आपके जीवन की ऊर्जा से निकला प्रकाश...
Your Personal GLOW... isn't bound by anything at all....!!!
.
Light from you life... which you emit... makes you kind of "UNLIMITED" in size
as well as...
"IMMORTAL" forever
.
तो हँसते रहिये... मुस्कुराते रहिये
Keep smiling... Keep glowing !!!
And As Always
THANKS FOR READING
wink emoticon
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