दोस्तों, आपने अक्सर देखा होगा कि पानी के कंटेनर्स से लदी छोटी-छोटी गाड़ियाँ सड़कों पर दौड़ती रहती हैं। इनका काम होता है पानी के jars या cans को दुकानों और घरों तक पहुंचाना।
ये एक तेजी से फैलता हुआ बिजनेस है, यानि बहुत से लोग इस बिजनेस में हाथ आजमा रहे हैं और अपनी पूंजी लगा कर इसे शुरू कर रहे हैं.
मैंने गोरखपुर से बाहर जहाँ-जहाँ नौकरी की है… चेन्नई, इंदौर, गाज़ियाबाद….खरीद कर ही पानी पिया है। In case आप इस बिजनेस के बारे में न जानते हों तो थोड़ा बता दूँ।
RO Water Plant के business में:
- आप किसी जगह पर एक RO Plant लगवाते हैं।
- उस प्लांट से फिल्टर्ड पानी को आप एक container (कूल केज, cool jug, jar या ट्रांसपेरेंट bottle) में फिल करते हैं।
- और फिर इन्हें अपने customers को पहुंचाते हैं।
- पानी यूज हो जाने के बाद आपको अपना container वापस भी लेना होता है।
- और आप इस सर्विस के लिए per jar के हिसाब से चार्ज करते हैं।
Generally, पानी पहुंचाने और खाली बोतल लाने का काम टाटा ऐस और टेम्पो जैसी गाड़ियों से होता है लेकिन अगर आस-पास का आर्डर है तो साइकिल या किसी two-wheeler से भी पानी डिलीवर किया जाता है।
पिछले 15-20 दिनों में मैं इस बिजनेस को करने वाले 3-4 लोगों से मिला, एक सज्जन से मिलने के लिए तो मुझे 4 बार चक्कर लगाने पड़े! खैर, आज मैं इन लोगों से मिली जानकारी आपसे शेयर कर रहा हूँ:
अगर इस बिजनेस को शुरू करना है तो क्या-क्या करना होगा?
1) बिजनेस के लिए जगह :
प्लांट लगाने के लिए, transparent bottles, cool cage, chiller, etc रखने-साफ़ करने के लिए आपको कम से कम 1000 स्क्वायर फिट की जगह चाहिए होगी। Area इस बात पर भी डिपेंड करेगी कि आप कितनी कैपेसिटी का RO Water Plant लगा रहे हैं। Capacity मतलब आपकी मशीन 500 लीटर पर ऑवर पानी फ़िल्टर करती है या 1000 litre per hour (LPH) या इससे भी ज्यादा।
अमूमन प्लांट पर काम करने वाले बन्दे भी वहीं पर रहते हैं, सो इस एंगल से भी आपको जगह देखनी पड़ेगी।
2) बिजली का commercial connection:
आपको अपना प्लांट चलाने के लिए बिजली का एक कमर्शियल कनेक्शन लेना होगा। कनेक्शन लेने के लिए आपके 14-15 हज़ार रुपये खर्च करने होंगे।
3) बोरिंग:
चूँकि ये पानी का बिजनेस है तो आपको पानी निकालने के लिए बोरिंग करानी होगी और उसे स्टोर करने के लिए टंकी भी लगवानी होगी। बोरिंग करवाने में कितने पैसे लगेंगे ये आपकी area में underground water level पे डिपेंड करेगा। यहाँ गोरखपुर में 200 फीट की बोरिंग कराने में 6-7 हज़ार रुपये लगते हैं।
अगर आप ये सोच रहे हैं कि मैं सरकारी water supply के पानी से काम चला लूँगा तो ये थोड़ा रिस्की हो सकता है क्योंकि अगर वाटर सप्लाई में कोई दिक्कत हुई तो आपका बिजनेस बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
यहाँ एक प्लांट ओनर ने अच्छी बात suggest की कि आप water harvesting का provision ज़रूर रखें ताकि आपकी वजह से उस जगह का underground water level खराब ना हो।
4) RO Plant and Chiller :
Basically आपको दो मशीने लेनी पड़ेंगी- एक पानी फ़िल्टर करने के लिए RO machine और दूसरी पानी ठंडा करने के लिए एक Chiller.
RO plant लागने वाले बहुत से प्लेयर्स हैं। दिल्ली-कानपुर की कुछ छोटी-मोटी कंपनियों से लेकर कई ब्रांडेड कम्पनियाँ ये मशीने लगाने का काम करती हैं।
इस काम में आपका खर्च ढाई से ५ लाख तक आ सकता है।
5) कंटेनर्स:
पानी डिलीवर करने के लिए आपको transparent bottles, jars, थर्मस या कूल केज लेने होंगे।
एक 15 लीटर कूल केज की कीमत 475 के आस-पास पड़ेगी। दुकानों में ज्यादातर इन्ही की सप्लाई होती है।
एक 20 लीटर ट्रांसपेरेंट जार के लिए आपको 120 रुपये खर्च करने होंगे। घरों में लोग इन्हें लेना पसंद करते हैं।
Containers लेने में पैसे बचाने की अधिक कोशिस ना करें और बेहतर क्वालिटी का ही कंटेनर लें, क्योंकि इन्हें बहुत लोगों के हाथ से होकर गुजरना होता है और अगर quality अच्छी नहीं हुई तो बहुत जल्दी ये बेकार हो जायेंगे।
6) Stickers:
आप जो jars market में देते है उसपे आपकी कम्पनी के नाम का स्टीकर चिपका होना चाहिए, जिसपे आप अपना एड्रेस और मोबाइल नंबर भी दे सकते हैं। इसलिए काम शुरू करने से पहले इसे भी छपवा लें।
7) स्टाफ:
इस काम को करने के लिए आपको लोगों की ज़रूरत पड़ेगी। मैंने जिन लोगों से बात की उनके पास 3 से 7 लोगों का स्टाफ था।
- ड्राईवर- जितनी गाडी होंगी उतने ड्राईवर चाहिए होंगे।
- हेल्पर – जो ड्राईवर के साथ पानी पहुंचाने जाएगा और खाली कंटेनर्स को वापस भी लाएगा।
- क्लीनर- जो कंटेनर्स की साफ़-सफाई और overall cleanliness पे ध्यान देगा।
वैसे एक आदमी कई काम कर सकता है पर शुरुआत में अगर आप खुद भी सारे काम करने को तैयार हैं तो भी 1-2 आदमी तो रखने ही होंगे।
8) पानी डिलीवर करने के लिए गाड़ी:
पानी पहुंचाने के लिए आपको एक टेम्पो या टाटा ऐस जैसी गाड़ी लेनी होगी। वैसे आस-आस में पानी पहुंचाने के लिए आप किसी 2 व्हीलर या साइकिल का भी प्रयोग कर सकते हैं। अगर आप नयी गाडी खरीदने या फाइनेंस कराने का सोच रहे हैं तो ये आपको ढाई से 5 लाख के बीच पड़ेंगी।
Advertising:
शुरुआत में personal contacts के जरिये लोग मार्केट बनाते हैं और खुद घूम-घूम कर कस्टमर्स बनाने की कोशिश करते हैं , पर अमूमन प्लांट ओनर एडवरटाइजिंग में अलग से कुछ नहीं करते। उनका कहना है कि जब गाडी चलती है तो अपने आप ही उनका प्रचार हो जाता है। अधिक से अधिक वे बस कंटेनर्स पे चिपकाए जाने वाले stickers को market place में भी चिपका देते हैं। कई बार इस वजह से भी लोग अधिक प्रचार नहीं करते क्योंकि ज्यादा कस्टमर्स को सर्व करने की उनके पास कैपेसिटी नहीं होती।
सरकारी काम:
कोई भी बिजनेस शुरू करने में सरकारी काम ज़रूर देख लेना चाहिए। इस बिजनेस में आपको :
- कमर्शियल बिजली कनेक्शन लेना होगा।
- चूँकि आप पानी बेचने का काम कर रहे हैं तो आपको sales tax देना होगा।
- आप अपने यहाँ काम पर लोगों को रख रहे हैं तो आपको Labour Department में खुद को रजिस्टर कराना होगा।
वैसे बहुत से लोग इन नियमों का पालन किये बिना भी ये काम कर रहे हैं पर बेफिक्र होकर काम करना है तो इनकी तरफ ध्यान देना होगा।
इस काम को करने में खर्चे क्या-क्या हैं?
अगर आप इस business को start करने की सोच रहे हैं तो आपको इसमें होने वाले expenses ज़रुर जान लेने चाहिएं:
- सैलरी: एक आदमी पर आपको 5-7 हज़ार महीने का खर्च करना होगा।
- Electricity: 5-10 हज़ार महीना, again it depends on plant size, etc.
- डीजल : 9-10 हज़ार अगर आपका circulation 100-150 कस्टमर्स तक बढ़ गया है। वैसे ये कई चीजों पे डिपेंड करेगा: प्लांट और कस्टमर्स की लोकेशन, गाडी का average, तेल का दाम, इत्यादि।
- गाड़ी का insurance
- मशीन का मेंटेनेंस : ये अमाउंट सही से पता नहीं चला, किसी ने ना के बराबर बताया तो किसी ने कई हज़ार बताये। वैसे ये अमाउंट बहुत हद्द तक आपकी मशीन और उसकी कैपेसिटी पर depend करेगा। For instance, 500 LPH वाली मशीन का मेंटेनेस 1000 LPH वाले से कम होगा।
- जगह का किराया: ये भी place to place differ करेगा। मैं जिससे भी मिला सभी की अपनी जगह थी कोई किराए की जगह पर ये काम नहीं कर रहा था।
और अब सबसे बड़ा सवाल – इस बिजनेस से कमाई कितनी हो सकती है?
दोस्तों, frankly telling, मुझे लगा था इस बिजनेस में बहुत अधिक मुनाफा होता होगा…आखिर पानी ही तो देना है, मार्जिन काफी होगा… पर हकीक़त कुछ अलग है, हालांकि ये गोरखपुर की हकीकत है इसलिए अगर आप ये काम करने की सोच रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप अपनी जगह की reality पता कर लें।
High competition की वजह से रेट कम रखनी पड़ती है और इतने सारे एक्स्पेंसेस हैं कि बहुत कम ही पैसे बच पाते हैं।
समझ लीजिये अगर 1 लाख रुपये का पानी डिलीवर किया तो महीने का २० हज़ार ही प्रॉफिट आ पाता है।
मान लीजिये मेहनत करके अपने 150 रेगुलर कस्टमर बनाये और वो रोज आपसे 1 कंटेनर लेते हैं जो आप 15 रुपये में देते हैं; तो महीने की आपकी कमाई हुई :
= 150x30x15= Rs. 67500 रुपये
जिसमे से सैलरी, किराया, बिजली बिल, डीजल, maintenance और अन्य खर्चे निकाल कर आपके पास 15-20 हज़ार ही बचते हैं।
जबकि इस काम को करने में मेहनत बहुत अधिक लगती है।
सुबह 5 बजे आप प्लांट पे होने चाहिएं तभी समय से आप कंटेनर्स में पानी भरवा पायेंगे और गाड़ियों से भेज पायेंगे। और इसके बाद आपको कंटेनर्स वापस मंगवाने औए साफ़ भी करवाने होते हैं, पैसों का हिसाब रखना पड़ता है, स्टाफ से related problems देखने पड़ते हैं…और by chance अगर मशीन में कुछ खराबी आ गयी तो फिर तो पूछिए ही मत।
और ये भी ध्यान रखिये कि चाहे आप जितने बड़े आदमी हों कोई भी कस्टमर आपको फ़ोन पर या मुंह पर भला-बुरा सुना सकता है और आपको सुनना पड़ता है!
High Profit Scenario:
एक सिनेरियो ये है कि आपके कस्टमर्स बहुत बढ़ जाते हैं तो इस केस में आपको अच्छा प्रॉफिट मिल सकता है।
मैं गोरखपुर के सबसे पुराने और बड़े प्लांटों में से एक पे गया और उनकी कमाई जानने की कोशिश की। जो मालिक थे वो तो रोना रोने लगे कि कुछ कमाई नही होती है…मुश्किल से 20 हज़ार मिल पाता है…बस ऐसे ही चला रहे हैं। उन्होंने शायद मुझे इनकम टैक्स का आदमी या कोई competitor समझ लिया हो!
पर जब मैंने उनके स्टाफ से अकेले में बात की तो पता चला कि जाड़े के मौसम में भी उनके रोज 550 container supply होते हैं, गर्मी में ये आंकड़ा बढ़ जाता है। अगर हम एवरेज 600 कंटेनर @ Rs. 15 का सर्कुलेशन मान कर भी चलें तो महीने का हिसाब कुछ ऐसा बनता है:
600x30x15= Rs. 270000
इसमें से अगर तमाम खर्चे निकाल भी दिए जाएं तो भी लाख-सवा लाख तो बच ही जायेंगे।
और अगर आप ऐसी जगह हैं जहाँ per bottle लोग अधिक पैसे देते हैं तो फिर बात ही क्या है!
हो सकता है ये नंबर्स देख कर आप कुछ excited हों, पर ये ध्यान रखिये कि हर रोज का इतना circulation अचीव करने में आपको कई साल लग सकते हैं, इसलिए शुरुआत में जो challenges आने हैं उनको ध्यान में रखिये।
RO Water Business करने वाले दो तरीके के लोग मिले:
पहले, जो खुद इसके ओनर हैं और पूरा लग कर कर रहे हैं। ऐसे लोग खुद ही कंटेनर्स भरने, उसे कस्टमर्स तक पहुंचाने और इससे जुड़े हर एक छोटे-बड़े काम कर रहे हैं।
दुसरे, वो जिन्होंने बस पैसा लगा दिया है और through a manager ये धंधा कर रहे हैं।
आगर आप इस बिजनेस में आने का मन बना रहे हैं तो अपने बजट और current involvement के हिसाब से आपको सोचना होगा कि आप खुद लग कर ये काम करेंगे या किसी बन्दे को रख कर इसे करायेंगे।
समय और पानी के बिजनेस का सम्बन्ध
Winters में सेल कम होगी और summer में बिक्री बढ़ जायेगी। शादी-ब्याह,लगन, बर्थडे वगैरह में आप अच्छी कमाई कर सकते हैं क्योंकि इस समय आपको bulk orders मिल जाते हैं और साथ ही पार्टियों में पानी देने का रेट नार्मल रेट से काफी अधिक होता है।
Failure:
मेरे पास exact numbers तो नहीं पर लोगों ने बताया कि बहुत से RO Plant खुलने के 1-2 साल के अन्दर बंद हो जाते हैं। वैसे ये लगभग हर बिजनेस की कहानी है, इसलिए इससे डरने की ज़रूरत नहीं लेकिन इतना ज़रूर है कि सोच-समझ कर ही इसमें अपने efforts लगाइए।
इस बिजनेस से जुडी समस्याएं:
Labour Problem: ये एक labour intensive काम है। हर एक स्टेप पे आपको काम करने वाले आदमी चाहिएं:
- कंटेनर्स में पानी भरना
- भरे हुए कंटेनर्स गाडी पर चढ़ाना
- गाडी चला कर ले जाना
- उन्हें उतार कर कस्टमर को देना, जिसमे कई बार पानी लेकर सीढ़ियों से चढ़ना भी होता है।
- वापस लेकर गाडी पे चढ़ाना
- रोज कंटेनर्स की सफाई करना
इस काम का सबसे बड़ा challenge आदमियों को मैनेज करना ही है। चूँकि इस काम में मेहनत बहुत है इसलिए जल्दी काम करने वाले नहीं मिलते और मिलते भी हैं तो जल्दी छोड़ देते हैं। कई बार वे बिना बताये गायब भी हो जाते हैं तो कभी कस्टमर्स से misbehave कर के आपका बिजनेस चौपट कर देते हैं। इसलिए इस काम को सफलता से करना है तो labourers को सही से manage करना होगा। इस बिजनेस को करने वालों बहुत बार वो सारे काम खुद ही करने पड़ते हैं जिसके लिए उन्होंने आदमी रखे हैं- अगर ड्राईवर नहीं है तो गाडी चलाना होगा, अगर मजदूर नहीं हैं तो खुद ही कंटेनर्स साफ़ करना और डिलीवर करना होगा।
High competition:
इस बिजनेस में कम्पटीशन बहुत है, at least in my city. मेरे घर से 300 metre के अन्दर में ही दो RO plant वाले हैं। जब नए प्लेयर्स आते हैं तो market capture करने के लिए वे रेट कम कर देते हैं जिस वजह से पुराने प्लेयर्स को भी रेट घटानी पड़ती है। यही वजह है कि जो 15 लीटर पानी कभी 20 का बिकता था उसे 15 में ही देना पड़ता है।
ध्यान दीजियेगा कि ये Gorakhpur की रेट्स हैं, आप जहाँ ये काम करने का सोच रहे हैं वहां की परिस्थितियां यहाँ से बिलकुल अलग भी हो सकती हैं। For instance:
- जब मैं 2012 में चेन्नई में था तो 20 लीटर वाला कैन 30 में मिलता था।
- 2014 इंदौर में वही कैन मुझे 70 का मिलता था , हालांकि ये Bisleri कंपनी का था, इसलिए रेट हाई था।
- और गाज़ियाबाद में वही कैन मुझे 40 का मिलता था।
हो सकता है कम्पटीशन की वजह से वहां के रेट्स ऊपर-नीचे हुए हों। Basically, आपको अपने इलाके के रेट्स देखने चाहिएं और अगर वो already बहुत कम हैं तो इस काम में हाथ डालने के बारे में कई बार सोच लेना चाहिए।
ब्रेकेज :
आप पानी सप्लाई करने के लिए जो कूल केज लेते हैं वो 450-500 का मिलता है। और कुछ पुराना होने पे इनमे समस्याएं आना शुरू हो जाती हैं…कहीं से क्रैक हो जाता है तो कभी लीक करने लगता है या अगर ठीक से हैंडल नहीं किया तो टूट भी जाता है।
साथ ही इनका गायब होना या किसी खराब कैन से रिप्लेस हो जाने की समस्या आती है। इन सब वजहों से हर महीने आपके कुछ हज़ार रूपये बेकार जा सकते हैं।
Pouch और Packaged Mineral Water का बिजनेस :
इस काम से मिलता जुलता एक काम है पाउच या 1 लीटर की बोतल में मिनरल वाटर बेचने का बिजनेस। हालांकि, इस काम के बारे में मैंने कुछ पता नहीं किया पर आप चाहें तो इनके बारे में पता करके इसे भी करने का सोच सकते हैं।
Friends, तो ये थी RO Water Plant शुरू करने से सम्बंधित जानकारी। इसे summarize करें तो –
- इस बिजेनस के लिए आपको कम से कम 6-7 लाख रुपये रखने चाहिए।
- शुरू में loss या बहुत कम प्रॉफिट के लिए तैयार रहना चाहिए।
- बहुत अधिक मेहनत करने के लिए भी ready रहना चाहिए।
उम्मीद करता हूँ कि जो लोग इस काम में interested हैं उन्हें यहाँ शेयर की गयी बातों से कुछ हेल्प ज़रूर मिल पाएगी और वो decide कर पायेंगे कि उन्हें ये काम start करना है कि नहीं।
Thank You!