Wednesday 30 December 2015

Informations

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1. बाल और नाखून बढ़ने के लिए कौनसा तत्व आवश्यक है? 
उत्तर- गंधक
2. आयोडीन की कमी से कौनसा रोग होता है?
उत्तर- घेंघा या गलगंड
3. मनुष्य में अत्यधिक बाल किस हारमोन की अधिकता से होते हैं?
उत्तर- टेस्टोस्टेरोन
4. मनुष्य में शुक्र जनन औसतन कितने वर्ष की आयु में प्रारंभ होता है?
उत्तर- 12 - 13 वर्ष
5. नेत्रदान में आँख का कौनसा भाग निकल कर चक्षु-बैंक में रखा जाता है? उत्तर- कोर्निया
6. आम का खाया जाने वाला भाग क्या कहलाता है?
उत्तर- मीजोकार्प
7. किसकी कमी में से मनुष्य में भूलने की प्रवृत्ति, अनिद्रा तथा निराशा बढ़ जाती है?
उत्तर- राइबोफ्लेविन
8. पानी में उगने वाले पौधे क्या कहलाते हैं? उत्तर- हाइड्रोफाईटा
9. गाय का गर्भकाल कितने दिन का होता है?
उत्तर- 280 दिन
10. आमाशय में भोजन लगभग कितने समय रहता है?
उत्तर- 4 - 5 घंट
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~~~~~~॥॥॥॥~~~~~~~~॥॥~~~~~

जीवन के 5 सत्य:-

1. कोई फर्क नहीं पड़ता कि
आप कितने खूबसूरत हैं
क्योंकि..लँगूर और गोरिल्ला भी अपनी ओर
लोगों का
ध्यान आकर्षित कर लेते हैं..
2. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका शरीर
कितना
विशाल और मज़बूत है
क्योंकि...श्मशान तक आप अपने आपको नहीं ले
जा
सकते....
3. आप कितने भी लम्बे क्यों न हों
मगर आने वाले कल को आप नहीं देख सकते....
4. कोई फर्क नहीं पड़ता कि
आपकी त्वचा कितनी गोरी और
चमकदार है
क्योंकि...अँधेरे में रोशनी की जरूरत
पड़ती ही
है...
5. कोई फर्क नहीं पड़ता कि
आप कितने अमीर हैं
और दर्जनों गाड़ियाँ आपके पास है
क्योंकि...घर के बाथरूम तक आपको चल के ही
जाना
पड़ेगा...
इसलिए संभल के चलिए ... ज़िन्दगी का सफर
छोटा hai....

God is every where my friends

दोस्तों,
आप भगवान से क्या माँगते हैं, और ईश्वर आपको क्या देता है!
(i) यदि आप भगवान से शक्ति माँगते हैं, तो वह आपको कठिनाई में डाल देता है, ताकि आपकी हिम्मत बढ़े और आप शक्तिशाली बनें।
(ii) यदि आप भगवान से बुद्धि माँगते हैं, तो वह आपको उलझन मे डाल देता है, ताकि आप उसे सुलझा सकें और बुद्धिमान होने का परिचय दे सकें।
(iii)यदि आप भगवान से समृद्धि माँगते हैं, तो वह आपको समझ प्रदान करता है, ताकि आप श्रम करें, योग्यता बढ़ाएँ ओर
आपकी समृद्धि हो सकें।
(iv)यदि आप भगवान से प्यार माँगते हैं, तो वह आपको दुखी लोगों के बीच खड़ा कर देता है, ताकि आपके हाथ मदद के लिए आगे बढ़े, उदार बनें और प्यार करना सीखें।
भगवान आपको वह नहीं देता जो आप माँगते हैं, वह देता है
जो आपको चाहिए। इसलिए ईश्वर की मर्जी पर विश्वाश करें और उस में खुश रहें वो कभी हमारा बुरा नही करेगा।।

शक्तिशाली भोजन परिचय-

किसी भी व्यक्ति को जब कोई रोग हो जाता है तो उसके कुछ दिनों के बाद वह कहता है कि मुझे बहुत कमजोरी सी लग रही है। लेकिन कोई स्वस्थ व्यक्ति भी अगर थोड़ी दूर पैदल चल लेता है या कोई भारी काम करता है तो वह भी बोलता है कि वह थक गया है। अब तो मुझे कमजोरी दूर करने वाली और ताकत बढ़ाने वाली दवा लेनी पड़ेगी। ये कुछ न होकर लोगों की एक दिमागी सोच बन गई है कि चिकित्सा में कोई ऐसी औषधि भी होनी चाहिए जिससे कि शरीर में ताकत बढ़ जाए। परन्तु ऐसी औषधि बस थोड़े समय तक ही अपना असर दिखाती है। यह नशे की तरह थोड़े समय के लिए ताकत को बढ़ाकर अपनी क्रिया को समाप्त कर देती है।
मनुष्य सिर्फ अपने खाने वाले भोजन के सहारे ही जिंदा रहता है। अगर उसी भोजन को सही तरीके से और पौष्टिकता के आधार पर किया जाए तो वह ही किसी भी व्यक्ति के लिए ताकत बढ़ाने वाला साबित हो सकता है।
ताकत बढ़ाने वाले पदार्थ-
1. नींबू-
1 नींबू को 1 गिलास गर्म पानी में (बिना नमक या चीनी मिलाएं) निचोड़कर पीने से पूरे शरीर में एक नई ताकत सी पैदा हो जाती है। इससे आंखों की रोशनी तेज हो जाती है, दिमागी कमजोरी, सिर में दर्द रहना आदि रोग समाप्त हो जाते हैं। इसको पीने से किसी भी काम को करने से जल्दी थकान नहीं होती है।
6 मुनक्के, 6 बादाम, 40 ग्राम किशमिश और 6 पिस्तों को रात में करीब आधा लीटर पानी में डालकर किसी कांच के बर्तन में भीगने के लिए रख दें। सुबह इन सबको पीसकर और छानकर इसमें 1 चम्मच शहद और 1 नींबू को निचोड़कर खाली पेट पीने से दिमागी और शारीरिक थकान दूर हो जाती है। ये इन्द्रियों की ताकत बढ़ाने का भी एक बहुत ही नायाब नुस्खा है।
किसी कांच के गिलास में लगभग 3 चौथाई तक अजवाइन को भर दें। फिर इसमे नींबू का रस भरकर इसके मुंह पर कपड़ा डालकर धूप में रख दें। जब इसके अन्दर का नींबू का रस सूख जाए तो इसे दुबारा नींबू के रस से भर दें और धूप में ही पड़ा रहने दें। इस तरह से इसमें लगभग 7 बार नींबू का रस भरकर अजवाइन को सुखा लें। फिर इस सुखाई हुई अजवाइन को कांच की बोतल में भर दें। रोजाना चौथाई चम्मच इस अजवाइन की फंकी लेने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है तथा यौन शक्ति में भी बढ़ोतरी होती है। इस अजवाइन का सेवन करने के दौरान दूध और घी का सेवन भी करते रहना चाहिए।
2. मौसमी- मौसमी का रस दिमाग, जिगर और भोजन पचाने की क्रिया को ताकत देता है। इस रस को पीने से खाया हुआ भोजन शरीर में लगता है और शरीर में ताकत बढ़ती है। बुखार और काफी पुराने रोगों में मौसमी का रस पीने से रोगी को कमजोरी महसूस नहीं होती है। इसके द्वारा रोगी के शरीर से रोगों का जहरीला पदार्थ बाहर निकल जाता है। इसका रस कई दिनों तक पीते रहने से दस्त प्राकृतिक रूप में आने लगते हैं। कब्ज, सिरदर्द, काम करने में मन न लगना, कोई सा भी काम करने पर थक जाना, रात को नींद न आना आदि रोग दूर हो जाते हैं। इससे नई चुस्ती और फुर्ती आ जाती है।
3. सेब- सेब में `मैलिक एसिड होता है। यह खटाई आंतों, जिगर और दिमाग के लिए लाभकारी है। इसके अन्दर फॉस्फोरस होता है यानी कि जलन पैदा करने वाला पदार्थ जिसे खाने से पेट साफ रहता है और आमाशय मजबूत बनता है। सेब और सेब के रस में काफी मात्रा में खनिज पदार्थ होते हैं। सेब के 2 छोटे-छोटे टुकड़ों को लगभग आधा सेर पानी में डालकर रख दें। जब यह पानी ठंडा हो जाए तो इसमें सेब के टुकड़ों को मसलकर और छानकर उस पानी को पी लें। अगर इसमें स्वाद बढ़ाना हो तो चीनी की जगह मिश्री डालकर पी सकते हैं। यह सेब का बहुत ही पौष्टिक और स्वादिष्ट शर्बत होता है। यह खून में मिलकर दिल, दिमाग, जिगर और शरीर के हर भाग में चुस्ती-फुर्ती पैदा करता है। सेब के रस को पीने से दिल को ताकत मिलती है, आंखों की रोशनी तेज होती है। यह शरीर के अन्दर से खून के अन्दर के जहरीले पदार्थों को बाहर निकालकर व्यक्ति को हष्ट-पुष्ट बनाता है। जो लोग चाहते हैं कि वे हमेशा ताकतवर और सुन्दर बने रहें उनको रोजाना सेब का रस पीना चाहिए। खाली पेट सेब खाने से शरीर की गर्मी और खुश्की समाप्त हो जाती है। सेब का मुरब्बा दिल, दिमाग और आंखों की कमजोरियों को दूर करता है। रोजाना सुबह उठते ही खाली पेट सेब खाकर अगर उसके ऊपर से दूध पी लिया जाए तो सिर्फ 1-2 महीने में ही चेहरा लाल हो जाता है और यौन सम्बंधी कमजोरियां दूर हो जाती हैं। 2 सेब रोजाना खाने से चमड़ी के रोग, गठिया, हड्डियों की सूजन, सांस की नली के रोग आदि समाप्त हो जाते हैं।
4. पपीता- पपीता अगर देखकर लिया जाए कि वह अच्छी तरह से पका हुआ है या नहीं तो ठीक है क्योंकि अच्छी तरह से पका हुआ पपीता ही सबसे ज्यादा गुणों वाला होता है। सुबह उठते ही खाली पेट पपीता खाना सबसे ज्यादा गुणकारी होता है। इसके बाद दोपहर का भोजन करने के बाद पपीता खाने से भोजन आसानी से पच जाता है। शाम को 5-6 बजे भी पपीते को नाश्ते के रूप में खाया जा सकता है। पपीते में मिलने वाला एन्जाइम कठोर मांस-तंतुओं और रोग के कीटाणुओं को समाप्त कर देता है। पपीता टी.बी. रोग के कीटाणुओं को बिल्कुल समाप्त कर देता है। पपीते को खाने से खून को बहाने वाली नसें कठोर नहीं होती हैं और रक्तसंचार सही तरीके से काम करता है। दिल के रोग में भी पपीता खाने से लाभ होता है। स्वस्थ जीवन जीने की राह में पपीता खाना बहुत ही लाभदायक है।
5. आम- रोजाना आम खाने से शरीर के अन्दर खून काफी मात्रा में बनता है। इससे जिन लोगों का शारीरिक वजन कम होता है वह बढ़ जाता है। आम खाने से पेशाब खुलकर आता है, शरीर में चुस्ती-फुर्ती पैदा होती है। आम का मुरब्बा खाना भी काफी लाभकारी होता है। शरीर में ताकत बढ़ाने के लिए रोजाना भोजन करने के बाद आम खाना लाभकारी होता है।
6. अंगूर- कमजोर व्यक्तियों के लिए रोजाना ताजे अंगूरों का रस पीना काफी लाभकारी सिद्ध होता है। अंगूर शरीर में खून को बनाता है और उसे पतला भी करता है। इससे शरीर मोटा-ताजा हो जाता है। रोजाना दिन में 2 बार अंगूर का रस पीने से भोजन पचाने की क्रिया तेज हो जाती है, कब्ज का रोग समाप्त हो जाता है, पेट में गैस नही बनती। अगूंर का रस सिरदर्द, बेहोशी, चक्कर आना, छाती के रोग तथा टी.बी. के रोग में लाभकारी है। यह खून की खराबी को भी दूर करता है। अंगूर का सेवन करने से शरीर मे मौजूद जहर बाहर निकल जाता है। यह स्त्रियों के श्वेतप्रदर के रोग में भी काफी लाभकारी है। अंगूर खून में आयरन की मात्रा को बढ़ाता है।
7. केला- भोजन करने के बाद केला खाने से शरीर में ताकत बढ़ती है और मांसपेशियां मजबूत होती हैं। केला वीर्य और शुक्राणुओं को बढ़ाने वाला है। यह आंखों के रोगों को दूर करता है। केला किसी तरह का फल नहीं है, इसे रोटी की जगह भी खाया सकता है। ताजा केला सबसे अच्छा है। एक समय में ज्यादा से ज्यादा 3 केले खाने चाहिए लेकिन थोड़ा सा घी लगाकर। सुबह दो केलों को खाकर ऊपर से दूध पीने से शरीर में ताकत बढ़ती है। इसी तरह से संभोग करने के बाद केला खाने से शक्ति बढ़ती है।
8. मुनक्का-
सर्दियों के मौसम में रोजाना मुनक्का खाने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
रात को सोने से पहले 20 मुनक्कों को गर्म पानी से धोकर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह उठते ही जिस पानी में मुनक्के भीगे हुए हो उस पानी को पीकर मुनक्कों को खा लें। इस तरह रोजाना मुनक्कों को खाने से शरीर की कमजोरी दूर हो जाती है। इससे शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है और ताकत भी पैदा होती है। फेफड़ों को ताकत मिलती है।
सर्दियों में 250 मिलीलीटर दूध में 20 मुनक्कों को डालकर उबाल लें। फिर इन मुनक्कों को खा लें और उस दूध को पी लें। सर्दियों के मौसम में रोजाना दूध और मुनक्का सेवन करने से बुखार के कारण आई हुई शारीरिक कमजोरी समाप्त हो जाती है। इससे पुराना बुखार भी उतर जाता है।
6 मुनक्के, 6 बादाम, 25 किशमिश और 2 अंजीर को रात में सोने से पहले एक कांच के बर्तन में इतना पानी डालकर भिगो लें कि ये सारे पानी को सोख लें। सुबह इन सब चीजों को खाने के बाद बचे हुए पानी को पीने से कमजोर व्यक्ति की कमजोरी दूर हो जाती है और वह ताकतवर बन जाता है।
9. आंवला-
आंवले का मुरब्बा रोजाना खाने से शरीर में ताकत पैदा होती है। यह गर्भवती स्त्रियों के लिए बहुत ही लाभकारी है। एक आंवला शरीर में एक अण्डे से ज्यादा ताकत बढ़ाता है। इसके सेवन से दिल में घबराहट होना, तिल्ली का रोग, ब्लडप्रेशर का रोग आदि दूर हो जाते हैं।
आंवला का सेवन करने से हर तरह के रोग दूर होते हैं। आंवला का सेवन करने से बूढ़ों में भी जवानों जैसी ताकत पैदा हो जाती है।
आंवला का नियमित सेवन करने से वीर्य की कमजोरी समाप्त हो जाती है।
1 चम्मच पिसे हुए आंवले को लगभग 2 चम्मच शहद में मिलाकर चाटने से और ऊपर से दूध पीने से स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
2 चम्मच पिसा हुआ आंवला, 1 चम्मच देशी घी और 3 चम्मच शहद को एकसाथ मिलाकर कुछ सप्ताह तक रोजाना खाने से बदसूरत व्यक्ति भी सुन्दर हो जाता है।
गर्मियों के मौसम में दिल घबराना, धूप में चक्कर आना आदि परेशानियों में आंवले का शर्बत पीने से लाभ होता है।
दिल की तेज धड़कन को सामान्य बनाने के लिए आंवले का मुरब्बा खाना उपयोगी होता है।
किसी भी व्यक्ति को रोजाना कम से कम 50 मिलीग्राम विटामिन `सी´ की जरूरत पड़ती है और आंवले में सबसे ज्यादा मात्रा में विटामिन `सी´ पाया जाता है। लगभग आधा लीटर आंवले के रस को रोजाना पीने से शरीर में विटामिन `सी´ की जरूरत पूरी हो जाती है।
गुणों की दृष्टि से एक आंवला लगभग 2 संतरों के बराबर होता है।
आंवला के सेवन से दांत और मसूढ़े स्वस्थ बनते हैं और शरीर में रोगों से लड़ने की ताकत पैदा होती है।
घर में सब्जी आदि बनाते समय आंवला को खटाई के रूप में डालने से उसका स्वाद बढ़ जाता है।
आंवले की चटनी बनाकर खानी चाहिए।
आंवले के रस में शहद को मिलाकर शर्बत की तरह पीएं।
आंवले का अचार या मुरब्बा बनाकर खाना लाभकारी होता है।
अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति भी रोजाना आंवले का सेवन करता रहे तो उसके शरीर की सारी शारीरिक क्रियाएं अच्छी होकर उसका स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है।
10. अनन्नास-
अनन्नास दिल की घबराहट को समाप्त कर देता है। यह बढ़ी हुई प्यास को शान्त कर देता है। अनन्नास शरीर को मजबूत बनाकर तरोताजगी पैदा करता है।
अनन्नास शरीर में कफ की मात्रा को बढ़ाता है लेकिन खांसी-जुकाम को नहीं होने देता।
सुबह खाली पेट अनन्नास खाने से भोजन पचाने की क्रिया तेज होती है।
अनन्नास का शर्बत पीने से पेट की गर्मी दूर हो जाती है, पेशाब काफी मात्रा में आता है। इसी कारण से डाक्टर पथरी होने पर अनन्नास का शर्बत पीने की राय देते हैं।
अनन्नास का सेवन करने से दिल और दिमाग को ताकत मिलती है।
11. अमरूद-
100 ग्राम अमरूद में 300 मिलीग्राम से लेकर 450 मिलीग्राम विटासिन `सी´ पाया जाता है।
अमरूद का सेवन करने से दिल को ताकत मिलती है और शरीर में चुस्ती-फुर्ती पैदा होती है।
अमरूद बढ़ी हुई प्यास को कम करता है और दिमाग को तेज करता है।
12. खजूर:
रोजाना खजूर खाने से आमाशय और दिल को ताकत मिलती है।
रोजाना खजूर का सेवन करने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है और शरीर में मोटापा भी बढ़ता है।
खजूर को खाने से व्यक्ति की संभोग करने की शक्ति बढ़ जाती है।
13. टिंडा- टिंडा शरीर को ताकत देता है और दिमाग को तेज करता है।
14. गाजर- आधा गिलास गाजर का रस और आधा गिलास दूध को एकसाथ मिलाकर उसमें स्वाद के मुताबिक शहद मिलाकर रोजाना पीने से शरीर में खून बढ़ता है और कमजोरी भी दूर हो जाती है।
15. छुहारा- छुहारे में काफी ज्यादा मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है। छुआरे खाकर उसके ऊपर गर्म-गर्म दूध पीने से शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण होने वाले रोग जैसे- हड्डियों का कमजोर होना, दांतों का हिलना आदि दूर हो जाते हैं और इससे व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
16. बबूल- बबूल एक जंगली और कांटे वाला पेड़ होता है। बबूल की गोंद को घी में भूनकर इसके लड्डू बनाकर गर्भवती स्त्री को रोजाना खिलाने से उसके शरीर में ताकत पैदा होती है।
17. तुलसी-
सुबह उठते ही तुलसी के 5 पत्ते लेकर पानी के साथ निगलने से याद्दाश्त तेज होती है और शारीरिक ताकत बढ़ती है।
रोजाना 8 बून्द पानी में तुलसी का रस मिलाकर पीने से शरीर की मांसपेशियां और हडि्डयां मजबूत बन जाती हैं।
तुलसी के बीजों को दूध में डालकर उबाल लें। फिर इसमें शक्कर मिलाकर पीने से शरीर में शक्ति बढ़ती है।
18. शकरकंदी-
रोजाना शकरकंदी खाने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ जाती है और शरीर मोटा-ताजा बनता है।
शकरकंदी का सेवन करने से यौनशक्ति बढ़ जाती है।
शकरकंदी को चीनी के साथ खाना ज्यादा उपयोगी होता है।
19. शक्कर-2 चम्मच चीनी और 2 चम्मच घी में लगभग 10 काली मिर्च के दाने मिलाकर रोजाना सुबह खाली पेट चाटने से दिमाग तेज होता है और कमजोरी के कारण होने वाला सिर का दर्द भी ठीक हो जाता है।
20. नमक- अगर कोई व्यक्ति किसी लंबे रोग के ठीक होने के बाद शरीर में कमजोरी महसूस करे तो उसे गर्म पानी में नमक मिलाकर नहलाने से उसकी कमजोरी दूर हो जाती है।
21. खसखस -
खसखस की खीर बनाकर सेवन करने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है।
2 चम्मच खसखस को रात के समय पानी में भिगोकर रख दें। फिर सुबह उठने पर उसे पीसकर उसमें स्वाद के मुताबिक मिश्री मिलाकर पानी में घोलकर लस्सी बनाकर पीने से गर्मी के मौसम में दिमाग ताजा रहता है और गर्मी भी कम लगती है।
खसखस का शर्बत पीना भी काफी लाभदायक होता है।
22. सहजन- सहजन के फूलों की सब्जी का नियमित सेवन करने से शरीर में ताकत बढ़ती है।
23. हींग- भुनी हुई हींग, कालीमिर्च, पीपल और सोंठ को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसकर रोजाना चौथाई चम्मच की गर्म पानी से फंकी लेने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है।
24. पापड़- किसी व्यक्ति के किसी खतरनाक रोग से उठने के कारण उसकी भोजन पचाने की क्रिया कमजोर हो जाती है। उस व्यक्ति को भोजन में पापड़ खिलाने से भोजन जल्दी पच जाता है और शरीर में खून ज्यादा मात्रा में बनता है।
25. दूध-
लगभग आधा लीटर दूध में 250 मिलीलीटर गाजर को घिसकर उबालने से और सेवन करने से दूध जल्दी हजम हो जाता है, दस्त साफ आते हैं तथा दूध में आयरन (लोहे) की मात्रा बढ़ जाती है।
1 गिलास दूध में 1 चम्मच देशी घी और लगभग 3 चम्मच शहद मिलाकर रोजाना पीने से शरीर में ताकत, वीर्य और खूबसूरती बढ़ जाती है। इसका नियमित सेवन करने से व्यक्ति को जल्दी से बुढ़ापा भी नहीं आता।
1 गिलास दूध के अन्दर लगभग 15 बीज निकाले हुए मुनक्के डालकर उबाल लें। फिर इस दूध को हल्का सा ठंडा होने पर इसमें 1 चम्मच देशी घी ओर 3 चम्मच शहद डालकर पीने से शरीर का वजन बढ़ जाता है।
तिल और गुड़ को बराबर मात्रा में मिलाकर लड्डू बना लें। इस 1 लड्डू को रोजाना सुबह के समय खाकर दूध पीने से शरीर को ताकत मिलती है तथा दिमागी कमजोरी तथा तनाव समाप्त हो जाते हैं। इससे ज्यादा भारी शारीरिक काम करने पर व्यक्ति की सांस भी नही फूलती है। तिल व्यक्ति पर जल्दी बुढ़ापा आने से रोकता है।
26. बेल- पके हुए बेल के गूदे को सुखाकर और पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को एक चम्मच रोजाना फंकी के रूप में गर्म दूध के साथ लेने से सिर्फ 1-2 महीनों में ही शरीर और दिमाग चुस्त-दुरूस्त बन जाता है।
27. बादाम- रात को सोने से पहले 12 बादाम की गिरियों को पानी में भिगो दें। सुबह इसे पीसकर किसी पीतल की कढ़ाई में घी के साथ सेक लें। सिकते समय इसके लाल होने से पहले ही इसके अन्दर 125 मिलीलीटर दूध डाल दे और इसे गर्म-गर्म ही पी लें। इससे शरीर की कमजोरी दूर होकर शरीर मजबूत बन जाता है।
28. तिल-
तिल और गुड़ को बराबर मात्रा में मिलाकर लड्डू बना लें। इस 1 लड्डू रोजाना सुबह के समय खाकर दूध पीने से शरीर को ताकत मिलती है तथा दिमागी कमजोरी और तनाव समाप्त हो जाते हैं। इससे ज्यादा भारी शारीरिक काम करने पर व्यक्ति की सांस भी नहीं फूलती है। तिल व्यक्ति पर जल्दी बुढ़ापा आने से रोकता है।
भारतीयों में एक त्यौहार आता है संक्राति जिसमें ज्यादातर तिल से बनी हुई चीजें इस्तेमाल की जाती हैं। तिल की चीजें और शरीर पर तिल के तेल की मालिश करने से शरीर की ताकत बढ़ जाती है।
29. अखरोट- अखरोट को खाने से दिमाग तेज होता है। 8 अखरोटों की गिरी, 4 बादामों की गिरी और 10 मुनक्के रोजाना खाकर उसके ऊपर दूध पीने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है।
30. गन्ना- गन्ना भोजन को जल्दी हजम कराता है, कब्ज के रोग को ठीक करता है, शरीर को मोटा करता है, इसको खाने से पेट की गर्मी और दिल की जलन समाप्त हो जाती है।
31. अजवाइन- अजवाइन, इलायची, कालीमिर्च और सोंठ को बराबर मात्रा में मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण की आधा चम्मच सुबह और शाम 2 बार पानी के साथ फंकी लेने से शरीर में ताकत पैदा हो जाती है।
32. शहद-
शहद के अंदर विटामिन ए और बी काफी मात्रा में पाये जाते हैं। जिनसे आंखों की रोशनी तेज होती है और शरीर में खून भी ज्यादा बनता है।
शहद के अंदर खून बनाने वाले तत्व होते हैं। शहद भोजन पचाने वाले अंगों में गैस बनने से रोकता है। यह भूख न लगने वाले रोगों को दूर करके भूख को बढ़ाता है।
बच्चों को रोजाना 3 बार शहद चटाने से वे ताकतवर औऱ चुस्त-दुरुस्त बन जाते हैं। इससे बच्चों का स्नायविक संस्थान काफी मजबूत हो जाता है।
गर्म पानी में शहद और नींबू मिलाकर सुबह खाली पेट पीने से सारे दिन शरीर में चुस्ती-फुर्ती बनी रहती है।
लंबे समय तक शारीरिक रोग रहने के कारण शरीर में आई हुई कमजोरी को दूर करने के लिए दोपहर का भोजन करने के बाद 1 चम्मच शहद पानी में मिलाकर पीने से लाभ होता है।
33. मेथी- 2 चम्मच दाना मेथी को 1 गिलास पानी में लगभग 5 घंटे तक भिगोने के लिए रख दें। फिर इसको आग पर रखकर इतनी देर तक उबालें कि पानी सिर्फ चौथाई हिस्सा बाकी रह जाए। इसके बाद इसको छानकर इसमें 2 चम्मच शहद मिलाकर रोजाना 1 बार पीने से शरीर में ताकत बढ़ती है।
34. मक्का-
जिस मौसम में मक्के की खेती होती है उस मौसम में मक्के का सिरा और भुट्टा खाने से आमाशय मजबूत बनता है। यह शरीर में खून को भी बढ़ाता है।
मक्के के तेल की मालिश करने से शरीर में ताकत बढ़ती है। तेल बनाने की विधि- ताजी दूधिया मक्का के दानों को पीसकर किसी कांच की शीशी में भरकर शीशी को खोलकर धूप में रखें। दूध सूखकर उड़ जाएगा और तेल शीशी में रह जाएगा। इसे छानकर तेल को शीशी में भर लें और मालिश करें। कमजोर बच्चों के पैरों पर मालिश करने से बच्चा जल्दी चलने लगता है। एक चम्मच तेल शर्बत में मिलाकर पीने से शरीर में ताकत बढ़ती है।
35. हरड़:
हरड़ आमाशय को मजबूत बनाती है और बुद्धि को तेज करती है। इसके सेवन से याद्दाश्त तेज होती है। यह बुद्धि पर पड़ी हुई परत को हटाकर ज्ञान को बढ़ाती है। हरड़ को किसी बेहोश व्यक्ति को सुंघाने से उसकी बेहोशी दूर हो जाती है।
छोटी हरड़ को घी में मिलाकर सेंककर पीस लेना चाहिए। फिर इसके एक चम्मच चूर्ण में थोड़ा सा घी मिलाकर भोजन करते समय खाएं। इसे ऐसे ही सुबह और शाम दोनों समय भोजन करते समय सेवन करने से शरीर में ताकत बढ़ती है। इस चूर्ण का इस्तेमाल कम से कम 1 महीने तक करने से लाभ होता है।
36. असगंध- असगंध को अच्छी तरह से पीसकर उसमें बराबर मात्रा में पिसी हुई मिश्री मिलाकर रोजाना रात को 2 चम्मच की मात्रा में गर्म दूध के साथ फंकी लेते रहने से शरीर में बल और वीर्य दोनों की बढ़ोत्तरी होती है।
37. टमाटर-
सुबह नाश्ता करते समय एक गिलास टमाटर के रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर पीने से चेहरा बिल्कुल टमाटर की तरह लाल हो जाता है।
टमाटर शरीर में जिगर और फेफड़ों को ताकत देता है और याद्दाश्त को तेज करता है।
टमाटर का सेवन करने से हाई ब्लडप्रेशर कम हो जाता है।
टमाटर का रस दस्तों को साफ तरह से लाकर पेट को ठीक करता है तथा मोटापे को बढ़ने से रोकता है।
टमाटर का सेवन शरीर में से खून की कमी को दूर करके थकावट और कमजोरी को समाप्त कर देता है और चेहरे पर रौनक पैदा करता है।
टमाटर में तांबे के गुण ज्यादा मात्रा में होते हैं जो खून में मौजूद लाल कणों को बढ़ाते हैं।
टमाटर भूख को तेज करता है और शरीर में ताकत पैदा करता है।
1 बड़ा ताजा लाल टमाटर रोजाना खाने से व्यक्ति के बहुत से रोग दूर हो जाते हैं।
टमाटर में लोहे की मात्रा दूध से दोगुनी होती है।
38. चुकन्दर-
चुकन्दर का सेवन करने से स्त्रियों के स्तनों में दूध की बढ़ोत्तरी होती है।
चुकन्दर खाने से जोड़ों का दर्द नष्ट हो जाता है।
चुकन्दर को रोजाना सेवन करने से जिगर मजबूत बनता है और दिमाग तरोताजा रहता है।
39. आलू-बढ़ती हुई उम्र के लोगों के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है। आलुओं को खाने से बूढ़े लोगों के शरीर में प्रोटीन की कमी पूरी हो जाती है। आलू के अन्दर मुर्गी के चूजों की ही तरह प्रोटीन होती है।
40. प्याज-
2 चम्मच प्याज के रस को 2 चम्मच शहद में मिलाकर चाटने से लाभ होता है।
2 चम्मच प्याज के रस में थोड़ा सा गुड़ मिलाकर रोजाना 1 बार बच्चों को पिलाने से लाभ होता है।
41. चने-
लगभग 250 ग्राम चनों को रात में सोते समय 1 लीटर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इनको उबालने के लिए रख दें। जब उबलने पर इनका पानी चौथाई हिस्सा बाकी रह जाए तो इसको उतारकर ठंडा करके पीने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है।
हरे ताजे चने खाने से शरीर में ताकत की वृद्धि होती है।
42. उड़द-
उड़द खाने में भारी होते हैं। उड़द सबसे ज्यादा गुणकारी भी होती है। उड़द को किसी भी रूप में सेवन करने से शरीर में ताकत बढ़ती है।
रात को सोते समय लगभग 30 ग्राम उड़द की दाल को पानी में भिगों दें। फिर सुबह उठकर इस दाल को पीसकर इसमें दूध और मिश्री मिलाकर पीने से दिल, दिमाग और वीर्य की ताकत बढ़ती है।
जिन लोगों की पाचनशक्ति तेज होती है, उन्हें उड़द का सेवन करना चाहिए।
छिलके वाली उड़द की दाल को खाने से शरीर में मांस की बढ़ोत्तरी होती है।
उड़द की दाल को भिगोकर उसे पीसकर उसमें 1 चम्मच देशी घी, आधा चम्मच शहद मिलाकर चाटे। इसके ऊपर से मिश्री मिला हुआ दूध लगातार सेवन करने से व्यक्ति काफी ताकतवर बन जाता है।
43. मूंग:
मूंग के लड्डू खाने से ताकत बढ जाती है।
काफी समय तक भयंकर रोग से घिरे रहने के बाद ठीक होने पर शरीर में कमजोरी आने पर रोजाना मूंग की दाल खाने से कमजोरी दूर होकर शरीर में ताकत बढ़ जाती है।
कमजोर रोगियों को जिन्हें भोजन में अन्न देना मना हो, उनको साबुत मूंग पानी में उबालकर फिर पानी को छानकर और थोड़ी-थोड़ी देर बाद उस पानी को पीना चाहिए। यह स्वादिष्ट, जल्दी पचने वाला अन्न का रस है जो शरीर को ताकत भी देता है।
44. मूंगफली-
मूंगफली में प्रोटीन, चिकनाई और शर्करा पाई जाती है। इसकी प्रोटीन दूध से मिलती-जुलती हुई होती है और चिकनाई घी से मिलती है।
मूंगफली को खाने से शरीर में दूध, बादाम और घी की कमी पूरी हो जाती है।
मूंगफली खाने से शरीर में गर्मी पैदा हो जाती है, इसलिए यह सर्दी के मौसम में ज्यादा लाभकारी होती है।
मूंगफली आमाशय और फेफड़ों को ताकत देती है।
मूंगफली शरीर को ताकत प्रदान करती है इसलिए रोजाना थोड़ी-थोड़ी मूंगफली खानी चाहिए।
45. ग्वारपाठा- 25 ग्राम ग्वारपाठे का ताजा रस, 12 ग्राम शहद और आधे नींबू का रस मिलाकर रोजाना सुबह-शाम पीने से हर तरह के पेट के रोग दूर हो जाते हैं। ये रस ताकत बढ़ाने वाला भी होता है।
46. लहसुन-
1 लहसुन की गांठ को 3 हिस्सों में करके रोजाना तीनों समय कच्चा ही खाने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है।
कच्चा लहसुन खाने से भोजन पचाने की क्रिया तेज हो जाती है।
लहसुन की बदबू और स्वाद चरपरा होने से डरना नहीं चाहिए।
सुबह के समय लहसुन की 4 कलियों को दांतों से चबाकर इसके ऊपर दूध पीने से वीर्य और ताकत बढ़ती है तथा नपुसंकता समाप्त हो जाती है।
सर्दियों के मौसम में रोजाना लहसुन खाना काफी लाभकारी होता है।
1 लहसुन की गांठ को छीलकर हर कली के छोटे-छोटे टुकड़े कर लें। फिर इसको 1 चम्मच घी मे सेंक लें। लहुसन को सेंकते हुए जब उसका रंग बादामी हो जाए तो उसमें बूरा डालकर रोजाना खाने से शरीर में ताकत बढ़ जाती है।

इसलिए हम लोग गाय को माँ कहते है

======== गाय का घी है अमृत,कई रोगो को करता है दूर ========
गाय का घी नाक में डालने से पागलपन दूर होता है।
गाय का घी नाक में डालने से एलर्जी खत्म हो जाती है।
गाय का घी नाक में डालने से लकवा का रोग में भी उपचार होता है।
(20-25 ग्राम) घी व मिश्री खिलाने से शराब, भांग व गांझे का नशा कम हो जाता है।
गाय का घी नाक में डालने से कान का पर्दा बिना ओपरेशन के ही ठीक हो जाता है।
नाक में घी डालने से नाक की खुश्की दूर होती है और दिमाग तरोताजा हो जाताहै।
गाय का घी नाक में डालने से कोमा से बाहर निकल कर चेतना वापस लोट आती है।
गाय का घी नाक में डालने से बाल झडना समाप्त होकर नए बाल भी आने लगते है।
गाय के घी को नाक में डालने से मानसिक शांति मिलती है, याददाश्त तेज होती है।
हाथ पाव मे जलन होने पर गाय के घी को तलवो में मालिश करें जलन ठीक होता है।
हिचकी के न रुकने पर खाली गाय का आधा चम्मच घी खाए, हिचकी स्वयं रुक जाएगी।
गाय के घी का नियमित सेवन करने से एसिडिटी व कब्ज की शिकायत कम हो जाती है।
गाय के घी से बल और वीर्य बढ़ता है और शारीरिक व मानसिक ताकत में भी इजाफा होता है
गाय के पुराने घी से बच्चों को छाती और पीठ पर मालिश करने से कफ की शिकायत दूर हो जाती है।
अगर अधिक कमजोरी लगे, तो एक गिलास दूध में एक चम्मच गाय का घी और मिश्री डालकर पी लें।
.
हथेली और पांव के तलवो में जलन होने पर गाय के घी की मालिश करने से जलन में आराम आयेगा।
गाय का घी न सिर्फ कैंसर को पैदा होने से रोकता है और इस बीमारी के फैलने को भी आश्चर्यजनक ढंग से रोकता है।
जिस व्यक्ति को हार्ट अटैक की तकलीफ है और चिकनाइ खाने की मनाही है तो गाय का घी खाएं, हर्दय मज़बूत होता है।
देसी गाय के घी में कैंसर से लड़ने की अचूक क्षमता होती है। इसके सेवन से स्तन तथा आंत के खतरनाक कैंसर से बचा जा सकता है।
घी, छिलका सहित पिसा हुआ काला चना और पिसी शक्कर (बूरा) तीनों को समान मात्रा में मिलाकर लड्डू बाँध लें। प्रातः खाली पेट एक लड्डू खूब चबा-चबाकर खाते हुए एक गिलास मीठा गुनगुना दूध घूँट-घूँट करके पीने से स्त्रियों के प्रदर रोग में आराम होता है, पुरुषों का शरीर मोटा ताजा यानी सुडौल और बलवान बनता है।
फफोलो पर गाय का देसी घी लगाने से आराम मिलता है।
गाय के घी की झाती पर मालिस करने से बच्चो के बलगम को बहार निकालने मे सहायक होता है।
सांप के काटने पर 100 -150 ग्राम घी पिलायें उपर से जितना गुनगुना पानी पिला सके पिलायें जिससे उलटी और दस्त तो लगेंगे ही लेकिन सांप का विष कम हो जायेगा।
दो बूंद देसी गाय का घी नाक में सुबह शाम डालने से माइग्रेन दर्द ठीक होता है।
सिर दर्द होने पर शरीर में गर्मी लगती हो, तो गाय के घी की पैरों के तलवे पर मालिश करे, सर दर्द ठीक हो जायेगा।
यह स्मरण रहे कि गाय के घी के सेवन से कॉलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ता है। वजन भी नही बढ़ता, बल्कि वजन
को संतुलित करता है । यानी के कमजोर व्यक्ति का वजन बढ़ता है, मोटे व्यक्ति का मोटापा (वजन) कम होता है।
एक चम्मच गाय का शुद्ध घी में एक चम्मच बूरा और 1/4 चम्मच पिसी काली मिर्च इन तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट और रात को सोते समय चाट कर ऊपर से गर्म मीठा दूध पीने से आँखों की ज्योति बढ़ती है।
गाय के घी को ठन्डे जल में फेंट ले और फिर घी को पानी से अलग कर ले यह प्रक्रिया लगभग सौ बार करे और इसमें थोड़ा सा कपूर डालकर मिला दें। इस विधि द्वारा प्राप्त घी एक असर कारक औषधि में परिवर्तित हो जाता है जिसे त्वचा सम्बन्धी हर चर्म रोगों में चमत्कारिक कि तरह से इस्तेमाल कर सकते है। यह सौराइशिस के लिए भी कारगर है।
गाय का घी एक अच्छा (LDL) कोलेस्ट्रॉल है। उच्च
कोलेस्ट्रॉल के रोगियों को गाय का घी ही खाना चाहिए। यह एक बहुत अच्छा टॉनिक भी है।
अगर आप गाय के घी की कुछ बूँदें दिन में तीन बार, नाक में प्रयोग करेंगे तो यह त्रिदोष (वात पित्त और कफ) को संतुलित करता है।

लहसुन

कई गुणों की खान लहसुन कैंसर जैसी बीमारी से बचाने में भी करता है मदद
पैनक्रियाज कैंसर से बचाने में मदद करता है लहसुन।
शरीर में गुड कोलेस्‍ट्रोल के स्‍तर को बढ़ाता है लहसुन।
गर्भवती महिला के लिए भी लहसुन का सेवन फायदेमंद।
ठंड से बचाने का कुदरती और लाभकारी उपाय है लहसुन।
आयुर्वेद में लहसुन को 'चमत्कारी दवा' माना जाता है। लहसुन की गंध से मच्छर भी दूर भागते हैं। पेट खराब से लेकर डायबिटीज, ठंड और यहां तक कि कैंसर तक में लहसुन बहुत फायदेमंद माना जाता है। लहसुन केवल खाने में इस्‍तेमाल होने वाला एक पदार्थ नहीं है, बल्कि यह एक गुणकारी दवा है। उससे जुकाम, फ्लू, रक्तचाप, कैंसर से बचाव के गुण पाए जाते हैं।
कोलेस्ट्रॉल और डायबिटीज में लहसुन का सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है। लहसुन के फायदे के बारे में आयुर्वेद के साथ-साथ अब एलोपैथिक विशेषज्ञ भी समझते हैं। यही वजह है कि चिकित्सक अक्सर डाइट में लहसुन के सेवन को फायदेमंद बताते हैं। आइए जानें क्या हैं लहसुन खाने के फायदे।
दिल के लिए अत्‍यंत लाभकारी है लहसुन
लहसुन आपके शरीर में बैड कोलेस्‍ट्रोल का स्‍तर कम करता है। इससे आपका दिल हमेशा सेहतमंद रहता है। लहसुन शरीर में गुड कोलेस्‍ट्रोल के स्‍तर को बढ़ाने का भी काम करता है। उच्‍च रक्‍तचाप को दूर करने में भी लहसुन काफी फायदेमंद होता है। हाई बीपी के मरीज अगर नित लहसुन का सेवन करें तो इससे उनका बीपी नॉर्मल रखने में मदद मिलती है। इसमें मौजूद एलिसिन नामक तत्व हाई बीपी को सामान्य करने में मददगार है।
रक्‍त संचार रहता है दुरुस्‍त
जिन लोगों का खून गाढ़ा होता है लहसुन उनके लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। यह शरीर में रक्‍त प्रवाह सुचारू बनाए रखता है। खून का पतला करता है जिससे आप कई संभावित रोगों से बचे रहते हैं।
कैंसर से लड़े लड़ाई
लहसुन का एक गुण यह भी है कि यह आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में इजाफा करता है। कई जानकार तो यह भी मानते हैं कि यह कैंसर जैसे गंभीर रोग से लड़ने में भी कारगर हथियार है। डॉक्‍टर पैनिक्रयाज पैनिक्रयाज, कोलोक्टोरल, ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर में लहसुन के कच्चे जवे खाने की सलाह देते हैं।
ठंड से बचाने का कुदरती उपाय
लहसुन की तासीर गर्म होती है। और ठण्‍ड को दूर करने का यह कुदरती उपाय है। कई शोध इस बात को साबित कर चुके हैं कि ठंड के दिनों में लहसुन के सेवन से सर्दी नहीं लगती। सर्दियों के मौसम में गाजर, अदरक और लहसुन का जूस बनाकर पीने से शरीर को एंटीबायोटिक्स मिलते हैं और ठंड कम लगती है।
दांत दर्द से दिलाए राहत
लहसुन दांतों के दर्द से भी राहत दिलाने का काम करता है। लहसुन को लौंग के साथ पीसकर दांतों के दर्द वाले हिस्से पर लगाने से दर्द से तुरंत राहत मिलती है।
गर्भावस्था में फायदेमंद
गर्भावस्था के दौरान लहसुन का नियमित सेवन मां और शिशु, दोनों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यह गर्भ के भीतर शिशु के वजन को बढ़ाने में सहायक है। गर्भवती महिलाओं को लहसुन का सेवन नियमित तौर पर करना चाहिए। गर्भवती महिला को अगर उच्च रक्तचाप की शिकायत हो तो, उसे पूरी गर्भावस्था के दौरान किसी न किसी रूप में लहसुन का सेवन करना चाहिए। यह रक्तचाप को नियंत्रित रख कर शिशु को नुकसान से बचाता है। उससे भावी शिशु का वजन भी बढ़ता है और समय पूर्व प्रसव का खतरा भी कम होता है।

Indian informations

1. भारत में खनिजों के सर्वेक्षण एवं विकास

की जिम्मेदारी किस संस्था के पास है ?

►-जीओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और

भारतीय खान ब्यूरो

2. जीओलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का
मुख्यालय कहां है ?
►-कोलकाता
3. भारतीय खान ब्यूरो का मुख्यालय कहां
है ?
►-नागपुर
4. देश का 75 प्रतिशत लोहा किन राज्यों से
प्राप्त किया जाता है ?
►- झारखंड और उड़ीसा
5. भारत में सर्वाधिक लौह अयस्क का उत्पादन
कहां होता है ?
►-उड़ीसा
6. मैगनीज उत्पादन में भारत का विश्व में कौन-
सा स्थान है ?
►-तीसरा
7. देश में सबसे ज्यादा मैंगनीज उत्पादन करने
वाला राज्य कौन है ?
►-उड़ीसा
8. कोयले के उत्पादन में भारत का स्थान विश्व
में कौन-सा है ?
►-तीसरा
9. सबसे उत्तम किस्म के कोयला का क्या नाम
है ?
►-एंथ्रेसाइट
10. भारत में कोयले के उत्पादन में प्रथम तीन
राज्य क्रमश: कौन हैं ?
►-झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा
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घरेलू नुसखे

1.प्याज के रस को गुनगुना करके कान में डालने से कान का दर्द ठीक होता है।
2.प्रतिदिन 1 अखरोट और 10 किशमिश बच्चों को खिलाने से बिस्तर में पेशाब करने की समस्या दूर होती है।
3.टमाटर के सेवन से चिढ़चिढ़ापन और मानसिक कमजोरी दूर होती है।यह मानसिक थकान को दूर करमस्तिस्क को तंदरुस्त बनाये रखता है।इसके सेवन से दांतो व् हड्डियों की कमजोरी भी दूर होती है.
4.तुलसी के पत्तो का रस,अदरख का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर 1-1चम्मच की मात्रा में दिन में 3से4 बार सेवन करने से सर्दी,जुखाम व् खांसी दूर होती है।
5.चाय की पट्टी की जगह तेज पत्ते की चाय पीने से सर्दी, जुखाम ,छींके आनानाक बहना ,जलन व् सरदर्द में शीघ्र आराम मिलता है।
6.रोज सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी पीने से चेहरे में रौनक आती है वजन कम होता है, रक्त प्रवाह संतुलित रहता है और गुर्दे ठीक रहते है।
7.पांच ग्राम दालचीनी ,दो लवंग और एक चौथाई चम्मच सौंठ को पीसकर 1 लीटर पानी में उबाले जब यह 250 ग्राम रह जाए तब इसे छान कर दिन में 3 बार पीने से वायरल बुखार में आराम मिलता है।
8.पान के हरे पत्ते के आधे चम्मच रस में 2 चम्मच पानी मिलाकर रोज नाश्ते के बाद पीने सेपेट के घाव व् अल्सर में आराम मिलता है।
9.मूंग की छिलके वाली दाल को पकाकर यदि शुद्ध देशी घी में हींग-जीरे का तड़का लगाकर खाया जाए तो यह वात, पित्त, कफ तीनो दोषो को शांत करती है।
10. भोजन में प्रतिदिन 20 से 30 प्रतिशत ताजा सब्जियों का प्रयोग करने से जीर्ण रोग ठीक होता है उम्र लंबी होती है शरीर स्वस्थ रहता है।
11.भिन्डी की सब्जी खाने से पेशाब की जलन दूर होती है तथा पेशाब साफ़ और खुलकर आता है।
12.दो तीन चम्मच नमक कढ़ाई में अच्छी तरह सेक कर गर्म नमक को मोटे कपडे की पोटली में बांधकर सिकाई करने से कमर दर्द में आराम मिलता है।
13.हरी मिर्च में एंटी आक्सिडेंट होता है जो की शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता हैऔर कैंसर से लड़ने में मदद करता है इसमें विटामिन c प्रचुर मात्रा में होता है जो की प्राकृतिक प्रतिरक्षा में सुधार करता है।
14.मखाने को देसी घी में भून कर खाने से दस्तो में बहुत लाभ होता है इसके नियमित सेवन से रक्त चाप , कमर दर्द, तथा घुटने के दर्द में लाभ मिलता है।
15.अधिक गला ख़राब होने पर 5 अमरुद के पत्ते 1 गिलास पानी में उबाल कर थोड़ी देर आग पर पका ठंडा करके दिन में 4 से 5 बार गरारे करने से शीघ्र लाभ होता है।
16.आधा किलो अजवाइन को 4 लीटर पान में उबाले 2 लीटर पानी बचने पर छानकर रखे, इसे प्रतिदिन भोजन के पहले 1 कप पीने से लिवर ठीक रहता है एवशराब पीने की इच्छा नहीं होती.।
17.नीम की पत्तियो को छाया में सुखा कर पीस लें . इस चूर्ण में बराबर मात्रा में कत्थे का चूर्ण मिला ले।इस चूर्ण को मुह के छालो पर लगाकर टपकाने से छाले ठीक होते है।
18.प्रतिदिन सेब का सेवन करने से ह्रदय,मस्तिस्क तथा आमाशय को समान रूप से शक्ति मिलती है तथा शरीर की कमजोरी दूर होती है।
19.20से 25 किशमिश चीनी मिटटी के बर्तन में रात को भिगो कर रख दें।सुबह इन्हें खूब चबा कर खाने से लो ब्लड प्रेसर में लाभ मिलता है व् शरीर पुष्ट होता है।
20. अमरुद में काफी पोषक तत्व होते है .इसके नियमित सेवन से कब्ज दूर होती है और मिर्गी, टाईफाइड , और पेट के कीड़े समाप्त होते है।
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Wednesday 23 December 2015

महत्वपूर्ण पुस्तकें व उनके लेखक

01. अकबरनामा ******अबुल फजल
02. अष्टाध्यायी ****** पाणिनी
03. इंडिका ****** मेगास्थनीज
04. कामसूत्र ****** वात्स्यायन
05. राजतरंगिणी ****** कल्हण
06. स्पीड पोस्ट ****** सोभा-डे
07. आइने-ए-अकबरी ** अबुल फजल
08. डिवाइन लाईफ ****** शिवानन्द
09. इटरनल इंडिया ****** इंदिरा गांधी
10. माई टुथ ****** इंदिरा गांधी
11. मिलिन्दपन्हो ****** नागसेन
12. शाहनामा ****** फिरदौसी
13. बाबरनामा ****** बाबर
14. अर्थशास्त्र ****** चाणक्य
15. हुमायूँनामा ****** गुलबदन बेगम
16. विनय पत्रिका ****** तुलसीदास
17. गीत गोविन्द ****** जयदेव
18. बुद्धचरितम् ****** अश्वघोष
19. यंग इंडिया ****** महात्मा गांधी
20. मालगुडी डेज ****** आर०के० नारायण
21. काव्य मीमांसा ****** राजशेखर
22. हर्षचरित ****** वाणभट्ट
23. सत्यार्थ-प्रकाश****** दयानंद सरस्वती
24. मेघदूत ****** कालिदास
25. मुद्राराक्षस ****** विशाखदत्त
26.हितोपदेश ****** नारायण पंडित
27. अंधा विश्वास ****** सगारिका घोष
28. गाइड ****** आर०के० नारायण
29. ए सूटेबल बाय ***** विक्रम सेठ
30. लाइफ़ डिवाइन ****** अरविन्द घोष
‪#‎नोट‬ अगर आप को पोस्ट अच्छी लगे तो कृपया शेयर/ लाइक कर देना तांकि
हम भी आप को जनरल नॉलेज की अच्छी
अच्छी पोस्ट प्रोवाइड करा सके !! थैंक्स

Vitamins

A) विटामिन ABCDEK की कमी 
से होने वाले रोग
Trick -{रवे सारे वर}
1. A – र – रतोंधी
2. B – वे – वेरी वेरी
3. C – सा – स्कर्वी
4. D – रे – रिकेट्स
5. E – व – वाझपन
6. K – र – रक्त का थक्का न बनना।
,
B) विटामिन ABCDEK
के रासायनिक नाम
Trick –{रथ एक टाफी}
विटामिन A – र –रेटिनाल
विटामिन B – थ –थायमीन
विटामिन C – ए –एस्कार्बिक अम्ल
विटामिन D – क –कैल्सीफ़ेरोल
विटामिन E – टा –टोकोफ़ेराल
विटामिन K – फी –फ़िलिक्वोनोन

परीक्षा में पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न (लाइक और शेयर करके लोगो तक पहुंचाए)

1. थमार्र्मीटर् मे चमकने वाला पदार्थ क्या है
उत्तर - पारा
2. बिजली के हीटर मे किस धातू का तार होता है ?
उत्तर - नाइक्रोम का तार
3. कौन - सा पदार्थ पानी मे जलता है ?
उत्तर - सोडियम
4. पत्तियो का rang हरा क्यो होत है ?
उत्तर - क्लोरोफिल के कारण
5. पीने के पानी मे कौन - सी गैस मिलाते है ?
उत्तर - क्लोरिन
6. बिजली के बल्ब मे कौन सी गैस भरी होती है
उत्तर - आर्गन
7. पानी किस गैस से मिलकर बनता है ?
उत्तर - हाइड्रोजन और आक्सीजन
8. कौन सी गैस सूधने पर आदमी ह्ंसने लगता है ?
उत्तर - नाइट्र्स आक्साइड
9. किस ग्रह को रेड स्टार (लाल तारा) कहते है ?
उत्तर - मंगल ग्रह
10. किस ग्रह को इवनिग स्टार (शाम का तारा ) कहते है ?
उत्तर - शुक्र ग्रह
11. मनुष्य के शरीर मे कुल कितनी हडियॉ होती है ?
उत्तर - (206)
12. आग मे कौन सा पदर्थ नही जलता है ?
उत्तर - एसबेस्ट्स
13. "बर्फ पानी मे क्यो तैरता है ?
उत्तर - इसका सापेछित गुरुत्व पानी के गुरुत्व से कम है
14. मनुष्य के ऑसू मे क्या पाया जाता है ?
उत्तर - सोडीयम क्लोराइड
15. सबसे जहरीला पदार्थ कौन से होता है ?
उत्तर - रेडियम
16. किन - किन धातुओ को मिलाकर पीतक बनाते है ?
उत्तर - तांबा व जस्ता
17. सबसे कठोर अधातु कौन सी होती है ?
उत्तर - हीरा
18. कौन - सी गैस हवा मे जलती है ?
उत्तर - कार्बन मोनिऑक्साइड
19. वायुमण्डल मे कौन - सी गैस नही है ?
उत्तर - क्लोरीन
20. किन - किन धातुओ को मिलाकर चुम्बक बनता है ?
उत्तर - अल्यूमिनियम व निकल
21. कौन सा पदार्थ जो केवल हमारे देश मे पाया जाता है ?
उत्तर - अभ्रक
22. घडी के अन्दर रात मे चमकने वाला पदार्थ क्या है
उत्तर - रेडियम
अगर आपको ये जानकारी पसंद आये तो हमें थेँक्स
कहना ना भूले ... धन्यवाद !!!

BEST INFORMATIONS

1. सूर्य की किरणों से कौनसा विटामिन प्राप्त होता है ?
उत्तर: विटामिन-डी
2. चांदी का कौनसा यौगिक मुख्यतः फोटोग्राफी में प्रयुक्त होता था ?
उत्तर: सिल्वर ब्रोमाइड
3. हीरा एवं ग्रेफाइड किसके अपरूप हैं ?
उत्तर: कार्बन के
4. एंटोमोलॉजी (Entomology) में किसका अध्ययन किया जाता है ?
उत्तर: कीटों(Insects) का
5. परिस्थिति विज्ञान इकोलॉजी (Ecology) का सम्बन्ध किस विषय से है ?
उत्तर: वातावरण से
6. जेनेटिक्स (Genetics) में किसका अध्ययन किया जाता है ?
उत्तर: आनुवांशिकता एवं गुणसूत्र का
7. पृथ्वी की भ्रमण गति कितनी है ?
उत्त: 28 किमी/मिनट
8. 1 किग्रा पदार्थ के तुल्य उर्जा किस क्रम की होती है ?
उत्तर: ~1017 जूल
9. विद्युत की वह मात्र, जिससे 108 ग्राम सिल्वर कैथोड पर एकत्रित होती है, क्या कहलाती है ?
उत्तर: एक फैराडे
10. विभिन्न देशों के ६ माइक्रो सैटेलाइट्स के साठ २३ सितम्बर, २००९ को कौनसा उपग्रह विमोचित किया तथा कक्षा में स्थापित किया गया ?
उत्तर: ओशनसैट-2(Oceansat-2)
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भारत के बारे में रोचक तथ्‍य:->

1. भारत विश्‍व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है ।
.
2. भारत विश्‍व का सातवां सबसे बड़ा देश है ।
.
3. भारत का अंग्रेजी में नाम ‘इंडिया’ इं‍डस नदी से बना है |
.
4. वाराणसी, जिसे बनारस के नाम से भी जाना जाता है, आज विश्‍व का सबसे पुराना और निरंतर बसे शहर है ।
.
5. शतरंज की खोज भारत में की गई थी।
.
6.बीज गणित, त्रिकोण मिति और कलन भारत में ही आरंभ हुआ था ।
.
7. ‘स्‍थान मूल्‍य प्रणाली’ और ‘दशमलव प्रणाली’ का विकास भारत में 100 ईसा पूर्व में हुआ था।
.
8. सांप सीढ़ी का खेल भारत में तेरहवीं शताब्‍दी में तैयार किया गया था
.
9.तिरुपति शहर में बना विष्‍णु मंदिर जो 10वीं शताब्‍दी के दौरान बनाया गया था, विश्‍व का सबसे बड़ा धार्मिक तीर्थ यात्रा गंतव्‍य है।
.
10. विश्‍व का प्रथम ग्रेनाइट मंदिर बृहदेश्‍वर मंदिर, तमिलनाडु के तंजौर में है।

प्रधानमंत्री द्वारा शुरू योजनाओं की सूची :

➨ प्रधानमंत्री जन-धन योजना - 28 अगस्त 2014
➨ डिजिटल इंडिया - 21 अगस्त 201
➨ मेक इन इण्डिया - 25 सितम्बर 2014
➨ स्वच्छ भारत मिसन - 2 अक्टूबर 2014
➨ सांसद आदर्श ग्राम योजना - 11 अक्टूबर 2014
➨ श्रमेव जयते - 16 अक्टूबर 201
➨ जीवन प्रमाण(पेंसन भोगियों के लिए) - 10 नवम्बर 2014
➨ मिसन इंद्र धनुष(टीकाकरण) - 25दिसम्बर 2014
➨ निति(NITI) आयोग - 1 जनवरी 2015
➨ पहल(प्रत्यक्ष हस्तांतरण) - 1 जनवरी 2015
➨ ह्रदय(समृध्दसांस्कृतिक विरासत संरक्षण व कायाकल्प) - 21जनवरी 2015
➨ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ - 22 जनवरी 2015
➨ सुकन्या समृध्धि योजना - 22 जनवरी 2015
➨ मृदा स्वास्थ कार्ड - 19 फरवरी 2015
➨ प्रधानमंत्रीकौशल विकाश - 20 फरवरी 2014
➨ प्रधानमंत्रीजीवन ज्योति - 9 मई 2015
➨ प्रधानमंत्रीसुरक्षा बीमा - 9 मई 2015
➨ अटल पेंसन योजना~9 मई 2015
➨ उस्ताद(usttad)(अल्पसंख्यक कारीगर) - 14 मई 2015
➨ कायाकल्प(जन स्वास्थ) - 15 मई 2015
➨ डीडी किसान चैनल - 26मई 2015
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