Friday, 12 February 2016

सुविचार"जीवन का आधार"

1.दिमाग ठंडा रखें
ज़िन्दगी में स्वयं को
मजबूत पायेंगे
लोहा भी ठंडा रहने पर
मजबूत होता है
गर्म होने पर तो वह
मनमाफिक आकार में ढल जाता है.
2.वक़्त सबको मिलता है
ज़िन्दगी बदलने के लिए
पर ज़िन्दगी दोबारा नहीं मिलती
वक़्त बदलने के लिए
3.दीपक तो अँधेरे में जला करते हैं
फूल तो काँटों में भी खिला करते हैं
थक कर न बैठ ये मंजिल के मुसाफिर
हीरे अक्सर कोयले में मिला करते हैं
4.नदी में गिरने से किसी की जान नहीं जाती…
जान तभी जाती है जबकि तैरना नहीं आता…
परिस्थितियाँ कभी समस्या नहीं बनती….
समस्या तभी बनती है
जब हमें परिस्थितियों से निपटना नहीं आता…
5.सोच को अपनी ले जाओ शिखर तक
कि उसके आगे सारे सितारे झुक जाएँ
न बनाओ अपने सफ़र को किसी कश्ती का मोहताज
चलो इस शान से कि तूफ़ान भी झुक जाये.
6.जो हुआ उसका गम न कर
रो रो कर आँखे नाम न कर
ज़िन्दगी का खेल निराला है
पर एक अँधेरे से अपना उजाला कम न कर
7.एक कोशिश और कर बैठ न तू हार कर
तू है पुजारी कर्म का
थोडा तो इंतज़ार कर
विश्वास को दृढ़ बना
संकल्प को कृत बना
एक कोशिश और कर बैठ न तू हार कर
8.तिनका हूँ तो क्या हुआ
वजूद है मेरा
उड़ उड़ कर
हवा का रुख तो बताता हूँ
9.Khokar Paane Ka Maza Hi Kuch Aur Hai,
Roke Muskurane Ka Maza Hi Kuch Aur Hai,
Haar to Zindgi Ka Ek Hissa Hai Mere Dost,
Haarne Ke Baad Jeetne Ka Maza Hi Kuch Aur Hai.
10.Kamyab Log Apne Faisle Se
Duniya Badal Dete Hai
Nakamyab Log Duniya Ke Dar Se
Apne Faisle Badal Lete Hai.

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