कैंसर, हृदय, अनीमिया जैसे अनेक रोगों में रामबाण चुकंदर।
चुकंदर में एंटी ऑक्सीडेंट, कैल्शियम, मिनरल, मैग्नीशियम, आयरन, सोडियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, क्लोरीन, नाइट्रेट, आयोडीन, और अन्य महत्वपूर्ण विटामिन की भरपूर मात्रा होती है। चुकंदर अनेक रोगों में लाभदायक है। चुकंदर में आयरन होने से यह रक्त बढ़ाता है, कामेच्छा बढ़ाता है, स्त्रियों का दूध बढ़ाता है, जोड़ों का दर्द दूर करता है, लिवर को शक्ति देता है, मस्तिष्क को ताज़ा रखता है, यह बलगम निकाल कर श्वांस नली को साफ़ रखता है। यह गुणों में मीठा, विरेचक, मूत्रल, पुष्टिकर, और मानसिक विकृतियों को ठीक करता है। आइये जानते हैं चुकंदर के सेवन के फायदे।
उच्च रक्तचाप में चुकंदर।
उच्च रक्तचाप में चुकंदर के सेवन से बहुत लाभ मिलता है। चुकंदर में नाइट्रेट बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है, नाइट्रेट शरीर में जाने पर नाइट्रिक ऑक्साइड में परिवर्तित हो जाता है, नाइट्रिक ऑक्साइड संकुचित हुयी रक्त वाहिकाओं को खोलने में बहुत उपयोगी है।
गाँठ ट्यूमर और कैंसर में चुकंदर।
चुकंदर में पाये जाने वाले ‘बिटिन’ तत्व के कारण ये गाँठ और कैंसर जैसी बीमारी के होने से बचाता है। ट्यूमर के रोगी को प्रारम्भ के दो दिन मौसम के फल व् सब्जियों के रस पर रखें। तीसरे दिन प्रात: एक गिलास पानी में एक निम्बू का रस व् चार चम्मच शहद मिलाकर पिलायें। दिन में अंगूर का रस एक एक कप चार बार और मौसमी का रस एक दो बार दें। रोगी आराम करता रहे। शारीरिक श्रम नहीं करें। रोगी को चौथे दिन से लगातार कुछ दिन तक आधा गिलास गाजर का रस आधा गिलास चुकंदर का रस मिलाकर चार बार दिया जाए। सामान्य हल्का अंकुरित अन्न दें। कुछ ही दिनों में गाँठ पिघल जाएगी।
गुर्दे की पत्थरी और गुर्दे के रोगों में चुकंदर।
चुकंदर का रस या चुकंदर को पानी में उबालकर उसका सूप पीने से पथरी गलकर निकल जाती है। मात्रा ३० ग्राम दिन में ४ बार। यह कुछ सप्ताह लें। इससे गुर्दे की सूजन भी दूर होती है। यह पेशाब ज़्यादा लाता है। यह गुर्दे के रोगों में लाभदायक है
कामेच्छा बढ़ाने के लिए चुकंदर।
रोमन सभ्यता में चुकंदर को अच्छी सेक्स लाइफ के लिए बहुत जरूरी माना गया है। इसके सेवन से रक्त संचार ठीक रहता है और सेक्स हार्मोन का निर्माण अच्छी तरह होता है जिससे सेक्स लाइफ में गर्मजोशी बरकरार रहती है।
गर्भवती महिलाओ के लिए चुकंदर।
इसमें पाया जाने वाला फॉलिक एसिड गर्भवती महिला के लिए बहुत अच्छा होता है। यह पाचन तंत्र को भी सही रखता है। यह आंखों के लिए भी लाभकारी है। चुकंदर का जूस शरीर में खून बनाने का काम करता है।
स्त्रियों के रोगों में चुकंदर।
मासिक धर्म, श्वेत प्रदर, कष्टप्रद मासिक, बंद हुए मासिक, जननांगों के रोगों में गाजर का रस पौन गिलास में चौथाई गिलास चुकंदर का रस मिलाकर नित्य दो बार पिलायें। इससे प्राय: स्त्रियों सम्बन्धी रोग ठीक हो जाते है।
महिलाओ में दूध वृद्धि।
नियमित चुकंदर खाने से महिलाओ का दूध बढ़ता है। इसको कच्चा या इसका रस बहुत लाभदायक है।
एक्सरसाइज करने वालों के लिए चुकंदर।
चुकंदर के सेवन से शरीर में एनर्जी बढ़ती है और थकान दूर होती है। जो लोग जिम जाते है या बढ़ती उम्र के बच्चों के लिए जो एक्सरसाइज करते हैं, उनके लिए ये बहुत उपयोगी है।
खून की कमी में चुकंदर।
चुकंदर में आयरन की अधिकता होने के कारण इसका नियमित सेवन करने से ये खून की कमी को पूरा करने में बहुत लाभदायक है।
त्वचा की ख़ूबसूरती के लिए चुकंदर।
चुकंदर में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं, इसके सेवन से त्वचा पर लाल टमाटर जैसा निखार आ जाता है, जिनकी बॉडी पर पानी के फोड़े, जलन और मुहांसे हो गए हों उनके लिए ये काफी उपयोगी होता है। यह सनबर्न से झुलसी त्वचा में लाभ पहुंचाता है।
चेहरे का सौंदर्य बढ़ने के लिए चुकंदर।
कील, मुंहासे, झाइयां, दाग धब्बे चेहरे पर हों तो चुकंदर, टमाटर का रस आधा आधा कप तथा एक गिलास गाजर का रस मिलाकर पीने से बहुत लाभ होता है। इसमें दो चम्मच कच्ची हल्दी का रस या एक चम्मच पिसी हल्दी मिलाकर सुबह शाम १५ से ३० दिन लगातार पीने से चेहरे पर स्वर्ण आभा आती है।
नाखूनों का सौंदर्य बढ़ने के लिए चुकंदर।
नित्य सौ ग्राम चुकंदर का रस पीने या १५० ग्राम चुकंदर खाने से नाखून का फटना, उखड़ना, बदरंग होना, मोटे होना ठीक हो जाता है।
बवासीर के मस्सो के लिए चुकंदर।
नित्य चुकंदर खाने से बवासीर के मस्से झड़ जाते हैं।
पाचन संस्थान के रोगों में चुकंदर।
दो चम्मच चुकंदर के रस में एक चम्मच निम्बू का रस मिलाकर नित्य पियें। इससे उल्टी, दस्त, हैजा, पेचिश, लिवर इन्फेक्शन और टी बी में लाभ होता है।
गैस्ट्रिक अल्सर में चुकंदर।
दो चम्मच चुकंदर के रस में एक चम्मच शहद मिलाकर नित्य कुछ दिन पीने से लाभ होता है।
हाइपो गलाईसीमिया (रक्त में शुगर की कमी)
चुकंदर खाने से ये रोग दूर हो जाता है।
फरास जुएं होने पर चुकंदर।
चुकंदर के पत्तों को पानी में उबालकर सिर धोने से फरास दूर होती है और जुएं भी मर जाती हैं।
दाद।
चुकंदर के पत्तों का रस शहद में मिलाकर दाद पर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।
बाल गिरना।
चुकंदर के पत्ते मेहँदी के साथ पीसकर सिर पर लेप करने से बाल गिरना बंद हो जाते है और तेज़ी से उगते हैं तथा बढ़ते भी हैं। चुकंदर के पत्तों को पीसकर उसमे थोड़ी सी हल्दी मिलाकर सिर में लेप करने से बाल उग आते हैं।
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