Thursday, 11 February 2016

स्वदेशी अपनाओ, देश बचाओ!

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लूट की खूली छूट !!!
काले लोगो को गोरा करने के नाम पर लूटने वाली कम्पनी हिंदुस्तान यूनिलीवर ने न्यायालय से फटकार खाने के बाद अपने विज्ञापनों में गोरापन शब्द का इस्तेमाल तो बंद कर दिया है पर उसकी जगह निखार शब्द का प्रयोग शुरू किया है यानी शब्द बदल दिए नीयत नहीं बदली|
गाय और सूअर की चर्बी मिलाकर क्रीम बनाने में कोनसे फार्मूला की जरुरत पड़ सकती है भला !!! पर लोगो को बरगलाने के लिए पेक पर विज्ञान के प्रतीक डीएनए का चित्र लगाया गया है जिसे दिखाकर भोले भाले लोगो के मन में यह झूठ बिठाया जा सके कि फेयर एंड लवली को बनाने में बहुत ऊँची टेक्नॉलोजी लगती है|
झूठ फैलाने की हद देखिये कि विज्ञापन में दावा किया गया है कि फेयर एंड लवली लगाने पर फेयरनेस ""ट्रीटमेंट जैसा निखार"" मिलेगा पर नीचे बहुत ही छोटे शब्दों (जो सूक्ष्मदर्शी यानि Microscopic की मदद के बिना नहीं पढ़े जा सकते )में लिखा है कि -
"""हमारा आशय कोस्मेटिक क्षेत्र में प्रयुक्त ट्रीटमेंट से है| परिणाम चिकित्सालय/क्लिनिक में प्रयुक्त ट्रीटमेंट के समान नहीं होंगे| सर्वश्रेष्ठ परिणाम के लिए रोजाना प्रयोग करे|"""
आप समझ सकते है कि ट्रीटमेंट यानी उपचार तो क्लिनिक/चिकित्सालय में ही होता है... कोस्मेटिक से कोनसा ट्रीटमेंट होता है भला !!! फिर रोजाना क्यूँ प्रयोग करे भला||
और इन विज्ञापनों में अंग्रेजी शब्दों को हिंदी लिपि में प्रयोग किया जाता है ताकि अंग्रेजी शब्द पढ़ाकर लोगो के मन में क्वालिटी का झूठ बिठाया जा सके |
पेक पर लिखा है "एडवान्सड मल्टी विटामिन, एक्सपर्ट फेयरनेस सोल्यूशन"
विटामिन कब से लोगो को गोरा बनाने लग गए gasp emoticon @पर मुर्ख लोग इनकी बातो पर आसानी से भरोसा कर लेते है|
एक नमूना देखिये :-
""अब पहले से बेहतर नयी बेस्ट एवर फेयर एंड लवली| बेस्ट एवर फेयर एंड लवली का नॉन ऑयली एडवांस्ड फार्मूला दाग -धब्बे घटाये और पहले से भी बेहतर निखार| ट्रीटमेंट जैसा निखार| बेस्ट एवर फेयर एंड लवली आज ही ट्राई करे|""
अंग्रेजी में लिखे इन शब्दों को पढ़ते ही मुर्ख लोगो को लगता है कि यह बहुत अच्छी व उच्च क्वालिटी की चीज है ...... भले ही वे इनका अर्थ ना समझ सके हो !!!
जरा एक बार ये विङियो देखेँ :-
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पेप्सी और कोकाकोला का बाजा बजाने के बाद स्वदेशी प्रचारकों से हमारा अनुरोध है कि हमारा अगला शिकार फेयर एंड लवली समेत तमाम वो उत्पाद होने चाहिए जो हमारी माताओ बहनों को गोरा होने का सपना दिखाकर हीन भावना से भर देते है और आर्थिक रूप से भी लूट लेते है| अगर हम सब मिलकर इनके विरुद्ध आवाज उठाएंगे तो वो दिन दूर नहीं जब हम पेप्सी और कोकाकोला की तरह हिन्दुस्तान यूनिलीवर का भी बंटाधार करके स्वदेशी की आवाज बुलंद कर देंगे||
स्वदेशी अपनाओ, देश बचाओ!
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वन्दे मातरम्!!

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