पेट्रोल पंप पर गैस अथवा पेट्रोल भरवाते वक़्त अक्सर... हम सभी ने"मोबाइल फोन इस्तेमाल ना करने" की हिदायत अवश्य पढ़ी होगीतो क्या एक मोबाइल फोन किसी भी प्रकार से पेट्रोल पंप पर आग लग जानेका कारण बन सकता है?जवाब है... नहीं !!!फोन रेडियो वेव्स के रूप में टिपिकली 450-2700 MHZ फ्रीक्वेंसी के साथ मैक्सिमम 0.1-0.2 वाट एनर्जी उत्पन्न कर सकते हैएनर्जी का ये स्तर पेट्रोल में आग लगाने के लिए काफी नहीं हैइन फैक्ट... एक जलती हुई सिगरेट से भी आप पेट्रोल में आग नहीं भड़का सकतेTry It Next Time...एक बर्तन में थोड़ा पेट्रोल निकाल कर रखिये... और एक सिगरेट सुलगा कर पेट्रोल में फेंक दीजियेResult? NOTHING !!!You Will Waste Your Cigarette !!!!तो अक्सर फिल्मो में दिखाने जाने वाले दृश्य... जिसमे हीरो दुश्मन के अड्डे को पेट्रोल से नहला कर... दूर खड़ा हो सिगरेट के कश लगा के आखिर में जलता हुआ टोटा... पेट्रोल में फेंक कर आग लगा देता है?Well... Bogus Scene !!!Film Makers Are Never Bothered About Physics !!!.आज तक पेट्रोल पंप पर हुए आग से सम्बंधित रिकार्डेड एक्सीडेंट में से एक भी मोबाइल फोन अथवा सिगरेट के कारण नहीं हुआ हैतो फिर इस आगजनी का कारण क्या है?जवाब है...आप !!!.आपका शरीर और दुनिया की हर चीज... एटम से बनी है...जिन एटम में इलेक्ट्रॉन चक्कर लगाते रहते हैजब आप प्लास्टिक, नायलॉन आदि दूसरे तत्वों से बनी चीजो को छूते है या कांटेक्ट में आते हैतो आपका शरीर... इन तत्वों के इलेक्ट्रॉन्स को ग्रहण कर लेता हैAs A Result... You Are Charged !!!और आपको जान के आश्चर्य होगा कि आपके शरीर में मौजूद ये फ़ालतू इलेक्ट्रान... आपको 20-25000 वोल्ट पोटेंशियल एनर्जी तक डिलीवर कर सकते हैं.Charged अवस्था में जब आप किसी मेटल को छूते हैं... तो आपके शरीर में मौजूद "एक्स्ट्रा इलेक्ट्रान" तेजी से आपके शरीर से दूसरे मटेरियल में भागते हैइलेक्ट्रॉन्स का ये प्रवाह "इलेक्ट्रिसिटी या करंट" को जन्म देता हैंअक्सर इलेक्ट्रिसिटी का ये प्रभाव मिनी स्केल होता है... और वातावरण की नमी इसे मिनिमाइज करने में महत्वपूर्ण रोल अदा करती हैपरअक्सर शुष्क मौसम मे... जब हवा में नमी का अभाव हो... तो ये इलेक्ट्रिसिटी एक "स्पार्क" को जन्म देती है.यही कारण है कि... पेट्रोल भरवाते वक़्त अक्सर आपको कार से उतरने की हिदायत दी जाती हैक्योंकि पेट्रोल पंप के फिलिंग पाइप से निकलने वाला "Gas Vapor" अक्सर लीक हो कर गाडी में आ सकता हैऔर "कार की सीट से लगातार रगड़ खाता" आपका शरीर... सीट कवर के इलेक्ट्रान ग्रहण कर के "चार्ज" हो चुका होता हैऔर One In A Million Case... पेट्रोल भरवाते वक़्त आपके दरवाजे को टच करने के कारण हुए चार्ज ट्रान्सफर से उत्पन्न स्पार्क... इतना शक्तिशाली होता है कि....Booooooooom !!!And Your Car Goes A Fireball !!!.तो आगे से ध्यान रखे"1. पेट्रोल,गैस भरवाते वक़्त अपनी कार से बाहर उतर के खड़े हो और गैस भरते वक़्त कभी भी कार का दरवाजा खोल अंदर बाहर जाना अवॉयड करें2. भारत जैसे देश अपेक्षाकृत सेफ हैं.. क्योंकि भारत में पेट्रोल पंप पर अटेंडेंट मौजूद रहते हैपर पश्चिम देशो में... जहा पेट्रोल पंप ज्यादातर "सेल्फ सर्विस" वाले होते है... वहां इस प्रकार की घटनाएं सबसे ज्यादा होती हैवजह? आपको खुद पेट्रोल फिलिंग पाइप को पेट्रोल फिल के बाद रिमूव करना पड़ता है... अगर आप चार्ज है तो पाइप का मेटल नोज्जल छूना... सबसेगंभीर साबित हो सकता है क्योंकि नोजल के पास ही सबसे ज्यादा गैस वेपर मौजूद होता है !!!तो सबसे बेहतर ये है कि... काररिफ्यूलिंग के बाद... दरवाजा या पेट्रोल पाइप नोजल छूने से पहले हमेशा.."बाहर मौजूद किसी मेटल की चीज को छुए"ताकि आप "चार्ज-रहित" हो जाएउसके बाद दरवाजा ओपन कीजिये !!!You Will Be Safe !!!*******************इलेक्ट्रिसिटी ब्रह्माण्ड की शाश्वत सत्ता है... ब्रह्माण्ड इलेक्ट्रिक फील्ड से व्याप्त हैब्रह्माण्ड के कण कण में इलेक्ट्रिसिटी निवास करती हैElectricity Is Around You And Even Inside You !!!It Just Loves To Hang Around YouBut... "Like A True Lover" It Can Sometimes Shock You TooBe A Smart Lover To Handle Shocks Properly !!!************************************************And As AlwaysThanks For Reading
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