Saturday, 31 October 2015

डर क्या होता है?

.....भय और पराविज्ञान का मनोविज्ञान.....

●A Terrific Journey Of Mankind●

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भय... जीवन का चालक है

पर किसी खूंखार आदमखोर शेर से या हाथो में पिस्टल लिए एक शराबी से डरना स्वाभाविक है
लेकिन... तब क्यों डर लगता है
जब... कोई क्लियर Threat मौजूद नहीं है?
For instance....
Smile.Jpg
(Search this image on google)
इस तस्वीर को रात को सोते वक़्त... जब कोई आस पास मौजूद ना हो... अब देखियेगा
आपको महसूस होंगे कि... आँखे बंद करने के बावजूद... ये तस्वीर आपके जेहन में कौंधती रहेगी
गर्दन पर एक ठण्डी सांस महसूस होगी...मानो तस्वीर में दिखाया गया जानवर आपकी गर्दन से खून निकाल कर पीने के लिए... दांत गड़ाने की जगह ढून्ढ रहा हो
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बिस्तर के नीचे आहट महसूस होगी... मानो कोई आपका शिकार करने के लिए छुप के बैठा हो
और
आप घबरा के उठ बैठेंगे
You Will Creep Out...!!!!!
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Whats going on?
Watching this photo won't kill you?
पर फिर भी... ऐसी images हमें डिस्टर्ब करती है
और एक uneasy फीलिंग के साथ छोड़ देती है
For instance
"A Teddy Bear With Full Human Teeth set"
(Image Given In 1st Comment)
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तो आखिर रहस्यमयी चीजो से...अँधेरे से....अनिश्चिन्तता से भय का कारण क्या है?
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Well... जवाब आपके "Pattern Lover" दिमाग और Uncanny Valley में छुपा हुआ है
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Uncanny Vally

आपका दिमाग पैटर्न्स को पसंद करता है... किसी भी अनिश्चिन्ता से परिपूर्ण चीज को देख... आपका दिमाग ये निर्णय नहीं कर पाता

कि... वो चीज एक संभावित threat है या नहीं

और आपकी नॉलेज और अनिश्चिन्तता के बीच एक खाई... Uncanny Valley एक ऐसी जगह है जहा आपकी नॉलेज पर आपका विश्वास नहीं रहता

और आप आतंकित हो जाते है

Terror !!!

अर्थात... आपके अवचेतन मन में छुपे भय का कारण... और कुछ नहीं

संसार के प्रति आपकी अनिश्चिंतता है

और

ये अनिश्चिन्तता.. आपकी रगो में आज से नहीं...

युगों युगों से व्याप्त है !!!

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अब ज़रा साँसों को थाम...

सोचिये....

सोचिये कि... उन इंसानो के लिए दुनिया कैसी थी

जो आपसे पहले दुनिया में आये

मानवता की सुबह के वक़्त...

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आज से लाखो वर्ष पूर्व... एक सुनसान मैदान में खड़े... उस इंसान की आँखों में मौजूद भय को महसूस करिये

जो भय... उसके मन में... आसमान में नृत्य कर रही रोशनियों को देख उत्पन्न होता था

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आसमान में परवाज कर रहे बादलो को देख... उन आँखों के रोमांच को महसूस कीजिये

वे आँखे.. जिनमे ये विश्वास था

कि... इन बादलो के पार... उसको बनाने वाला... उसका रब रहता है

वो खुदा.... जिसके पास उसके हर सवाल के जवाब छुपे हुए हैं

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वो वक़्त महसूस कीजिये... जब हमारे अपने पूर्वज... पेट भरने के लिए रोज मौत से पंजा लड़ा कर... जानवरो का शिकार करते थे

वो वक़्त... जब इंसान बर्फीली हवाओ के बीच खुले आसमान के नीचे ठिठुरता था

और

तपती धुप में... गुफाओ में पत्थरो पर अपने ख्यालो की इबारतें उकेरता था

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वो वक़्त... जब एक लंबी उम्र... 30 साल की होती थी

वो वक़्त...

जब कुछ भी होता था

तो... वो एक छिपा हुआ सन्देश होता था

A Sign From God...

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आसमान में बिजलिया कड़कती थी

........ईश्वर नाराज है !!!!

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धरती काँपती थी

........ आत्माए बलि चाहती है !!!

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नदियो का पानी... बाढ़ बन काल बन जाता था

...... हम भय और आतंक से अपने जीवन के लिए प्रार्थना करते थे

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ज्वालामुखी फटते थे

और हम..... अपनों की बलि चढ़ा कर इसे शांत करते थे

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हमारे आस पास सब कुछ अनिश्चिन्तता से परिपुर्ण था

हमारे पास किसी सवाल का जवाब नहीं था... अनिश्चिन्तता के भयपूर्ण वातावरण में आतंक के सायो तले जिंदगी सिसकती रहती थी

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Everything Around Us... Was..

..........STRANGE

WONDROUS

.......... MYSTERIOUS

UNCERTAIN

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..........TERRIFYING............

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और फिर अचानक...

वक़्त बदलने लगा !!!!

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और इंसान ने वो वक़्त देखा

जब... इन बादलो को पार कर... उसने किसी खुदा की सत्ता नहीं

बल्कि.... अनंत सम्भावनाओ वाले 94 अरब प्रकाश वर्ष में फैले बृहद ब्रह्माण्ड का दीदार किया

और

चाँद पर अपने कदमो के निशान बनाये

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सूरज...अब हमारा बाप नहीं

एक हाइड्रोजन और हिलियम से बना एक तारा था... जिसका इस्तेमाल हम ऊर्जा की जरूरते पूरी करने के लिए कर सकते थे

One Single Star

Among.... Billions Of Stars In Billions Of Galaxies!!!!

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अब एक लंबी उम्र 30 नहीं...100 साल की थी

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आसमान में चमकती बिजलिया

हिलती हुई जमीन...

आंधी तूफ़ान...

Everything Became Explainable !!!

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पर अनिश्चितता से युगों युगों से जारी युद्ध अभी समाप्त नहीं हुआ

आपके अंदर मौजूद ये भय...आपके पूर्वजो द्वारा युगों युगों से जेनेटिकली डीएनए द्वारा.. अगली पीढ़ियों को ट्रान्सफर होते रहे हैं

ये भय निशानी है.... आतंक और निराशा में बीते हुए इतिहास की...!!!!

ये भय.... एक रिमाइंडर है

कि... भय से जंग अभी समाप्त नहीं हुई

बहुत कुछ सीखने को बाकी है !!!

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हमारे पूर्वजो को पता नहीं था कि पावरफुल एक्सपीरियंस को क्या बुलाया जाए

तो उन्होंने इसे दोनों नाम दिए

Awwwwwww..... For Awful

Awwwwwww.....

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